Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

‘हमारी अधूरी कहानी’ को ‘यू’ प्रमाणपत्र

Published

on

humari-adhurio-kahani

Loading

नई दिल्ली। मोहित सूरी निर्देशित ‘हमारी अधूरी कहानी’ को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने ‘यू’ प्रमाणपत्र दिया है। इमरान हाशमी, विद्या बालन और राजकुमार राव की मुख्य भूमिका वाली ‘हमारी अधूरी कहानी’ एक प्रेम कहानी है, जो प्यार का वास्तविक अर्थ बताने की कोशिश करती है।

मोहित ने एक बयान में कहा कि मेरी फिल्म पूरी तरह से पारिवारिक फिल्म है। यह प्यार और हसरत के बारे में है। यह सवाल उठाती है कि एक आदमी एवं औरत के बीच के प्यार का वास्तविक अर्थ क्या होना चाहिए, क्योंकि मेरी फिल्म दिखाती है कि एक महिला अपने पति के गुम होने के बाद एक अंजान आदमी के प्यार में पड़ जाती है।

उन्होंने कहा, “वह (पति) कई सालों बाद हालांकि उसकी जिंदगी में लौट आता है और उस पर अपना दावा पेश करता है, क्योंकि वे शादीशुदा हैं।” ‘हमारी अधूरी कहानी’ 12 जून को रिलीज होनी है।

प्रादेशिक

सीएम सुक्खू के मंत्री का विवादित बयान, कहा- कंगना को कोई बिना मेकअप देख ले तो दूसरी बार नहीं देखेगा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कंगना रनौत के चेहरे को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिसके बाद उनका काफी विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत अपने कार्यक्रमों में मेकअप करके आती है। मेकअप वाली टीम भी हमेशा उनके साथ रहती है। मेकअप को देख ही लोगों की भीड़ उन्हें देखने आती है। अगर सुबह के समय कोई व्यक्ति कंगना को बिना मेकअप देख लें तो दूसरी बार नहीं देखेगा।

उधर कंगना ने भी नेगी केइस बयान पर पलटवार किया है। कंगना ने कहा कि उन्होंने फिल्मों में बिना मेकअप के भी रोल निभाए हैं। आज अगर वह अच्छे कपड़े पहनकर और पाउडर-लिपस्टिक लगाकर जनता से मिलना चाहती हैं तो उसमें भी यह आपत्ति जताते हैं। कंगना ने आगे कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि शक्ल से उनको क्या परेशानी हो गई। क्या इनके खूबसूरत चेहरों पर वोट दिए हैं। सुक्खू जी को लगता है उनकी खूबसूरत शक्ल पर वोट मिले हैं।

कंगना ने आगे कहा कि राजनीति में एक भाव है और यह भाव किसी में भी आ सकता है। किसी का चेहरा कैसा है या आपकी उम्र और लिंग क्या है यह देश इस सबसे बाहर निकलकर काफी आगे जाना चाहता है। ये देश की बहनों को काली-पीली और उनकी शक्ल को लेकर बातें करते हैं। उन्हें मेरी शक्ल से क्या लेना-देना। मेरी शक्ल चाहे जैसी भी हो जब तक मैं बुजुर्गों भाइयों, माता-बहनों और बच्चों की सेवा में तत्पर हूं तो मेरी शक्ल से तुम्हें क्या लेना-देना। आपको बता दें कि कंगना अलग-अलग इलाकों में जाकर वहां की वेशभूषा पहन रही हैं।

Continue Reading

Trending