मुख्य समाचार
हम बनायेंगें दिल्ली को बेहतर : सिसोदिया
नई दिल्ली| आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में आप की सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करेगी, क्योंकि वह सरकारात्मक राजनीति में विश्वास करती है और उसका उद्देश्य दिल्ली को बेहतर बनाना है। सिसोदिया ने आईएएनस से कहा, “हम सकारात्मक व स्पर्धा की राजनीति में विश्वास करते हैं। हम यहां दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए आए हैं और केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करना पसंद करेंगे।”
साल 2013 में आप की 49 दिनों की सरकार में शिक्षा व लोक निर्माण विभाग मंत्री रहे सिसोदिया ने कहा कि उन अधूरे कार्यो को फिर से शुरू किया जाएगा, जो आप सरकार के इस्तीफे के बाद लंबित हो गए थे।
स्वास्थ्य व शिक्षा को सरकार की नई प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने 20 नए कॉलेजों व अस्पतालों में 30 हजार बिस्तर बढ़ाने का वादा किया है।
पटपड़गंज सीट से दोबारा विधायक चुने जाने वाले सिसोदिया ने कहा कि आप दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त शहर बनाने के लिए कृतसंकल्प है।
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
-
लाइफ स्टाइल18 hours ago
गर्मियों में रोजाना मूली खाने से होंगे कई फायदे, आज ही करें डाइट में शामिल
-
नेशनल3 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
नेशनल2 days ago
बाराबंकी के हैदरगढ़ में बोले CM योगी- ये चुनाव रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच
-
नेशनल3 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
मनोरंजन3 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर
-
नेशनल2 days ago
अखिलेश यादव ने दी बीजेपी को चेतावनी, कहा- वोट डालने से किसी को रोका तो
-
नेशनल2 days ago
‘जल्द करनी पड़ेगी शादी’, राहुल गांधी ने मंच से किया एलान
-
नेशनल2 days ago
लोकसभा चुनाव: यूपी की 13 सीटों पर वोटिंग जारी, इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर