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हंगामे के बीच लोकसभा पूरे दिन के लिए स्थगित

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नोटबंदी, लोकसभा, सुमित्रा महाजन, सांसद, कांग्रेस, मल्लिकार्जुन खड़गे

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नोटबंदी, लोकसभा, सुमित्रा महाजन, सांसद, कांग्रेस, मल्लिकार्जुन खड़गे

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नई दिल्ली  | नोटबंदी के मुद्दे पर लोकसभा में कई दिनों से जारी हंगामे का माहौल गुरुवार को भी यथावत रहा, जिसके कारण बिना किसी कामकाज के सदन की पूरे दिन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के साथ चर्चा और चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी की मांग को लेकर विपक्ष ने जैसे ही नारे लगाने शुरू किए, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सदन की कार्यवाही स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद जब अपराह्न दो बजे दोबारा शुरू हुई, तो अध्यक्ष ने अनुपूरक अनुदान मांगों को पेश करने के लिए कहा, लेकिन कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अध्यक्ष से बोलने की मंजूरी पाने के लिए सीट पर खड़े दिखे। महाजन ने हालांकि यह आश्वासन मांगा कि अगर उन्हें बोलने की अनुमति दी जाती है, तो विपक्ष सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देगा।

विपक्ष द्वारा कोई आश्वासन न दिए जाने के बाद अनुपूरक अनुदान मांगों को हंगामे के बीच ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले, प्रथम स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्षी सांसदों को चेताते हुए कहा कि यदि विपक्षी सांसदों ने विरोध करना और अन्य सांसदों के संबोधन के दौरान उन्हें बाधित करना बंद नहीं किया तो उनके खिलाफ ‘कड़ी कार्रवाई’ की जाएगी।

महाजन ने अपनी आसंदी के पास नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, “किसी सदस्य को सदन में अपनी बात रखने से रोकना ठीक नहीं है, जैसा कि लगातार हो रहा है। उन्होंने कहा, “मैं सांसदों से इस बात का ध्यान रखने को कहती हूं, ताकि हमें कुछ सख्त कदम नहीं उठाने पड़े। सदन में जो भी सदस्य बोल रहा है, वह निर्वाचित सांसद है और उसे सदन में बोलने का अधिकार है।”

अपराह्न दो बजे कार्यवाही एक बार फिर स्थगित होने से पहले महाजन ने नारेबाजी के बीच शून्यकाल का संचालन जारी रखा। लोकसभा में नोटबंदी पर वोटिंग के साथ चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की। उन्होंने सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी की मांग भी की।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसद लोकसभा अध्यक्ष की आसंदी के पास इकट्ठा हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने लगभग आधे घंटे तक प्रश्नकाल का संचालन किया। इस बीच उन्होंने विपक्षी सदस्यों को कई बार चेतावनी दी हालांकि हंगामा नहीं थमने पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

 

 

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

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नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

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