Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

सपना नहीं, भाग्य पर है विश्वास : जायरा

Published

on

Loading

मुंबई, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)| सोमवार को 17 वर्ष की पूरी हो चुकीं ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ अभिनेत्री जायरा वसीम का कहना है कि उनका किसी उपलब्धि तक पहुंचने का कोई सपना नहीं है। वह भाग्य पर विश्वास करती हैं। उनका कहना है कि भाग्य ही उनका मार्गदर्शन करेगा। कश्मीर की जायरा ने बॉलीवुड फिल्म ‘दंगल’ के साथ लोगों का ध्यान आकर्षित किया।

सह-कलाकार आमिर खान के निवास पर जायरा के जन्मदिन के जश्न के दौरान सपनों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मेरा कोई सपना नहीं। मुझे भाग्य पर विश्वास है। मुझे पता है, जो होना है वह होकर रहेगा। जो भाग्य में होगा, वहीं जाएंगे।

जन्मदिन पर जायरा को आमिर ने विशेष शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया, जायरा को जन्मदिन की शुभकामनाएं। हमेशा खुशियां मिले। सुपरस्टार की तरह हमेशा चमकते रहें।

‘सीक्रेट सुपरस्टार’ 19 अक्टूबर को रिलीज हुई। फिल्म ने रिलीज होने के महज चार दिनों के भीतर 31.31 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है।

Continue Reading

मनोरंजन

नहीं रहे दंगल गर्ल जायरा वसीम के पिता, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्ट

Published

on

Loading

मुंबई। दंगल गर्ल जायरा वसीम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पिता अब इस दुनिया मन नहीं रहे। इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर दी और लोगों से उन्हें अपनी दुआओं में याद करने की अपील भी की। पूर्व एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम स्टोरी में एक नोट शेयर किया है जिसमें वह पिता के साथ नजर आ रही हैं।

इंस्टाग्राम स्टोरीज पर जायरा वसीम ने नोट में लिखा था, ‘मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि वो अपनी प्रार्थनाओं में उन्हें याद रखें और उनके लिए अल्लाह से क्षमा मांगें। कृपया प्रार्थना करें कि अल्लाह उनकी कमियों को माफ कर दे, उनकी कब्र को आराम की जगह बनाए, उन्हें किसी भी सजा से बचाए, उन्हें परलोक में आसानी प्रदान करे और उन्हें जन्नत का सबसे ऊंचा स्थान प्रदान करे और उन्हें मगफिरत दे।’

उन्होंने अपने पिता के साथ एक प्यारी-सी तस्वीर भी शेयर की और उनके निधन पर एक भावुक नोट लिखा। जायरा ने लिखा, ‘वास्तव में आंखें आँसू बहाती हैं और दिल दुखी होता है, लेकिन हम वही नहीं कहेंगे जो हमारे भगवान को पसंद हो। मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। कृपया उन्हें अपनी दुआओं में याद रखें और अल्लाह से उनकी कमियों को माफ करने, उनकी कब्र को शांतिपूर्ण बनाने, उन्हें इसके अजाब से बचाने और आगे की उनकी यात्रा को आसान बनाने के लिए कहें। उन्हें आसानी से हिसाब दिया जाए और उन्हें जन्नत और मगरिरा का ऊंचा दर्जा दिया जाए। वास्तव में, हम अल्लाह के हैं और हम उनके ही पास जाएंगे।’

 

Continue Reading

Trending