अन्तर्राष्ट्रीय
शरीफ ने पाकिस्तानी परमाणु कार्यक्रम के सुरक्षा तंत्र को सराहा
इस्लामाबाद| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को नव नियुक्त सामरिक योजना प्रमुख के साथ बैठक कर पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम, प्रक्षेपा एवं अंतरिक्ष कार्यक्रम पर चर्चा की तथा कार्यक्रमों के सुरक्षा तंत्र की सराहना की। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि ‘हमारे हथियार सिर्फ सजावट के लिए नहीं हैं’।
समाचार पत्र ‘डान’ ने शरीफ के हवाले से कहा है कि सामरिक योजना विभाग (एसपीडी) ने पाकिस्तान की रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाने में अहम भूमिका अदा की है।
ख्वाजा आसिफ ने 16 जून को कहा था कि यदि भारत युद्ध छेड़ता है तो इस्लामाबाद उसका मुंहतोड़ जवाब देगा।
उन्होंने आगे कहा था, “अगर जरूरत पड़ी तो हम भारत के खिलाफ परमाणु हथियारों का उपयोग कर सकते हैं।”
एसपीडी के नए प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मजहर जमील ने इस बात के लिए सरकार का आभार जताया कि उसने उनपर भरोसा किया। उन्होंने शरीफ को आश्वस्त किया कि वह अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाएंगे।
एसपीडी पाकिस्तान की राष्ट्रीय कमांड अथॉरिटी का अहम हिस्सा है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं। एसपीडी पाकिस्तान के संपूर्ण परमाणु कार्यक्रम एवं सामरिक क्षमता संरचना पर नियंत्रण रखती है।
अन्तर्राष्ट्रीय
गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत
नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।
यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।
स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।
-
नेशनल11 hours ago
लोकसभा चुनाव: यूपी की इन 14 सीटों पर वोटिंग जारी, मेनका गांधी, दिनेश लाल यादव निरहुआ समेत कई दिग्गज मैदान में
-
नेशनल1 day ago
पीएम मोदी ने शिमला में जनसभा को किया संबोधित, कहा- कांग्रेस और इंडी गठबंधन स्वार्थी और अवसरवादी
-
नेशनल1 day ago
केदारनाथ में क्रैश होने से बाल-बाल बचा हेलीकॉप्टर, देखें वीडियो
-
अन्तर्राष्ट्रीय1 day ago
रूस की सेना का बड़ा सैन्य अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत लेने का है आरोप
-
प्रादेशिक1 day ago
13 साल बाद एक्ट्रेस को मिला इंसाफ, कोर्ट ने हत्यारे बाप को सुनाई फांसी की सजा
-
नेशनल11 hours ago
कांग्रेस के इस बड़े नेता ने की पीएम मोदी की तारीफ, लिखा- उनकी कृपा है जो उन्होंने मेरी मां के योगदान को याद किया
-
नेशनल10 hours ago
वोटिंग के बीच जनता से बोले केजरीवाल- आपका एक-एक वोट तानाशाही सोच के खिलाफ होगा
-
नेशनल11 hours ago
लोकसभा चुनाव: छठे चरण का मतदान शुरू, कई दिग्गजों की किस्मत EVM में होगी बंद