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अन्तर्राष्ट्रीय

शक्तिशाली तूफान से पूर्वोत्तर अमेरिका बुरी तरह प्रभावित

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वाशिंगटन । शक्तिशाली शीतकालीन तूफान से पूर्वोत्तर अमेरिका में भारी बर्फबारी हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। इसके चलते यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है और स्कूल व कारोबार बंद हैं। 

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सर्दियों के दौरान बर्फबारी से मुक्त रहने वाले कई क्षेत्रों में शक्तिशाली तूफान के कारण बर्फबारी की संभावना है।

समाचार चैनल फॉक्स न्यूज ने खराब मौसम के कारण 3,000 उड़ानें रद्द होने की जानकारी दी है।

खराब मौसम का असर मेन से लेकर उत्तरी वर्जीनिया तक फैला हुआ है। फिलेडेल्फिया, न्यूयॉर्क और बोस्टन भी खराब मौसम के कहर से अछूते नहीं हैं।

राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि वाशिंगटन, उत्तरी इडाहो, पश्चिमी व उत्तरी मोंटाना और पश्चिमी वायोमिंग में इस समय सर्दियों के तूफान की चेतावनी लागू है।

बोस्टन में दिन के अंत तक 18 इंच या इससे ज्यादा बर्फबारी होने की संभावना है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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