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प्रादेशिक

मप्र : बादल घिरे, पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश का अनुमान

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भोपाल। मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल सहित अधिकांश इलाकों में रविवार सुबह बादल छाए रहे। बादलों और सूरज की लुकाछिपी चलती रही, जिसके चलते उमस बढ़ गई है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राजधानी सहित अन्य हिस्सों में हल्की बारिश और राज्य के पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश का अनुमान जताया है। राज्य में रविवार सुबह आसमान में हल्की बदली छाई रही। बीते 24 घंटों के दौरान जबलपुर, होशंगाबाद, भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभागों में कुछ जगहों पर बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश का अनुमान जताया है।

मध्य प्रदेश में तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। राजधानी भोपाल में रविवार को न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री, इंदौर में 22.4 डिग्री, ग्वालियर में 26.6 डिग्री और जबलपुर में 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं एक दिन पहले यानी शनिवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री, इंदौर में 29 डिग्री, ग्वालियर में 31.5 डिग्री और जबलपुर में 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

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गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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