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मुख्य समाचार

बुलंदशहर सामूहिक दुष्कर्म मामले में टिप्पणी पर आजम को मिली माफी

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मंत्री आजम खां, सर्वोच्च न्यायालय, 'राजनीतिक साजिश', समाजवादी पार्टी, सामूहिक दुष्कर्म

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मंत्री आजम खां, सर्वोच्च न्यायालय, 'राजनीतिक साजिश', समाजवादी पार्टी, सामूहिक दुष्कर्म

Azam-Khan

नई दिल्ली | सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खां के बुलंदशहर सामूहिक दुष्कर्म मामले में ‘बिना शर्त ईमानदारी से पछतावा’ जाहिर करने पर उनकी माफी स्वीकार कर ली। आजम ने सामूहिक दुष्कर्म पर टिप्पणी में इसे कथित तौर पर एक ‘राजनीतिक साजिश’ बताया था।

न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति अमिताव राय की खंडपीठ ने समाजवादी पार्टी के नेता के हलफनामे को स्वीकार कर लिया, जिसमें उन्होंने अपने विवादास्पद टिप्पणी पर बिना शर्त दिल से पछतावा जाहिर किया है।

आजम खां ने अपने हलफनामे में कहा कि यदि पीड़ित परिवार उनके बयान से किसी तरह से ‘अपमानित या दुखित’ हुआ, तो वह इसके लिए ‘ईमानदारी के साथ दिल से अफसोस’ व्यक्त करते हैं।

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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