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प्रादेशिक

बिहार में ट्रक-बस की टक्कर में तीन तीर्थयात्रियों की मौत, 18 घायल

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सासाराम। बिहार में रोहतास जिले के शिवसागर थाना क्षेत्र में बुधवार तडक़े एक ट्रक और तीर्थयात्रियों से भरी बस में टक्कर हो गई, जिसमें तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि 18 अन्य तीर्थयात्री घायल हो गए। सभी तीर्थयात्री उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार, उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के 50 से ज्यादा तीर्थयात्री एक बस में सवार होकर विंध्याचल में पूजा अर्चना करने के बाद झारखंड के देवघर जा रहे थे। इसी दौरान शिवसागर थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग पर घोरघट गांव के पास विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से बस टकरा गई।

शिवसागर के थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बुधवार को बताया कि इस दुर्घटना में तीन तीर्थयात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 18 तीर्थयात्री घाायल हो गए हैं। सभी घायलों को सासाराम सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में 13 की हालत गंभीर बताई जा रही है।

उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान भोला यादव, अमृत लाल विश्वकर्मा और चोख लाल विश्वकर्मा के रूप में की गई है। अमृत लाल और चोख लाल दोनों सगे भाई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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