Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार : प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष की हत्या

Published

on

Loading

हाजीपुर| बिहार में वैशाली जिले के एक मुखिया की अज्ञात अपराधियों ने मंगलवार रात उनके घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। वह प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष भी थे। पुलिस के अनुसार, बिदुपुर प्रखंड की दाउदनगर पंचायत के मुखिया शिवाजी राय रात को अपने घर में सोए हुए थे, तभी अज्ञात अपराधियों ने उनके सीने में गोली मार दी और फरार हो गए। गोली चलने की आवाज सुनकर लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मुखिया को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

शिवाजी राय प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष और राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ सदस्य भी थे। वैशाली जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि मुखिया के परिजनों के बयान के आधार पर बिदुपुर थाने में हत्या की एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। इधर, घटना से आक्रोशित लोगों ने बुधवार सुबह हाजीपुर-महनार पथ पर प्रदर्शन किया। वे अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending