Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार : तेजस्वी व तेजप्रताप के खिलाफ जनहित याचिका दायर

Published

on

Loading

पटना | बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय में गुरुवार को एक जनहित याचिका दायर की गई, जिसमें चुनाव लड़ने से पहले निर्वाचन आयोग को अपनी संपत्ति का सही ब्योरा न देने का आरोप लगाया गया है। पटना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता मणिभूषण प्रताप सेंगर की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन का पर्चा दाखिल करने के दौरान दिए गए हलफनामे में तेजस्वी और तेजप्रताप ने अपनी संपत्तियों का पूरा ब्योरा नहीं दिया था।

याचिकाकर्ता ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए दोनों के निर्वाचन क्षेत्र में हुए मतदान को अवैध घोषित कर चुनाव परिणाम रद्द करने की मांग की है।

इस याचिका के माध्यम से सेंगर ने तेजस्वी और तेजप्रताप की बेनामी संपत्ति की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग भी की है।

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे पुत्र तेजस्वी राघोपुर से और बड़े पुत्र तेजप्रताप महुआ क्षेत्र से विधायक हैं।

उल्लेखनीय है कि हफ्तेभर पहले सेंगर ने बिहार के मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के पते का गलत इस्तेमाल करने को लेकर पटना उच्च न्यायालय में लालू प्रसाद की बेटी चंदा यादव के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर की थी।

गौरतलब है कि पिछले दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार पर कथित रूप से करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति अर्जित करने और जमीन व मॉल घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने इन आरोपों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।

 

प्रादेशिक

अयोध्या : बड़े हो गए राम मंदिर प्रांगण में लगाए गए कोविदार के वृक्ष, फोटो की गई जारी

Published

on

Loading

अयोध्या। अयोध्या के निर्माणाधीन श्री राममंदिर प्रांगण में लगाये गये कोविदार वृक्ष बढ रहे है। आज पहली बार समस्त श्रद्धालु सनातनी हिंदुओ हेतु इन कोविदार वृक्षों की फ़ोटो जारी की गई है जिन्हे देखने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।

कोविदार के अयोध्या के राजचिह्न होने के प्रमाण वाल्मिकी रामायण के 84 वें और 96 वें सर्ग में मिलता है। अयोध्या शोध संस्थान के शोध प्रकल्प पर कार्य करते हुये इंडोलाजिस्ट ललित मिश्र के प्रयत्न से मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन श्री नृप्रेंद्र मिश्र की संस्तुति पर कोविदार के पौधे रोपे गये थे। इस प्रकार श्री राम की राजधानी अयोध्या की खोई हुई विरासत को कलियुग में संरक्षित किया जा सका|

कालिदास से लेकर तुलसीदास जी तथा रामायण पर टीवी सीरियल बनाने वाले रामानंद सागर भी उस कोविदार वृक्ष को जो अयोध्या के ध्वज को सुशोभित करता था, पहचान नहीं पाये थे। कुबेर टीले में कुल छह हरे भरे कोविदार वृक्ष लहरा रहे हैं जिनकी उंचाई छ से आठ फ़ीट तक हो चुकी है। कोविदार सबसे तेजी से बढने वाले पौधों में गिना जाता है।

Continue Reading

Trending