Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

बाबुल का ताना, मुझ पर अंडे फेंको, मैं आमलेट बनाकर खा लूंगा

Published

on

Loading

कोलकाता/भुवनेश्वर। केंद्रीय मंत्री और आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने ओडि़शा में सत्तारूढ़ बीजद और विपक्षी कांग्रेस को ताना मारते हुए गुरुवार को कहा कि यदि उन पर अंडे फेंके जायेंगे तो वे उनका आमलेट बना लेंगे। उन्होंने यह बात केंद्रीय मंत्री जुएल औराम पर अंडे से किए गए हमले के संदर्भ में कही।

भारी उद्योग राज्यमंत्री से पूछा गया कि राज्य में अंडों के हमलों का सामने करने से क्या वह डरे हुए हैं? इस पर उन्होंने कहा- मैं रत्तीभर भी डरा हुआ नहीं हूं। मैंने सुना कि कुछ लोगों ने अंडे फेंके। मैं मांसाहारी हूं। अगर बीजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता मुझ पर अंडे फेंकेंगे तो मैं उनका ऑमलेट बनाकर खा लूंगा।

बता दें कि बीजद के कई कार्यकर्ताओं ने केंद्रपाड़ा जिले के औल बाजार में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री जुएल औराम की गाड़ी पर अंडे फेंके थे। इसके साथ कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे।

सुप्रियो ने कहा, ‘मैं पश्चिम बंगाल से यहां आया हूं जहां के राजनीतिक हालात ओडि़शा से भी बदतर हैं, इसलिए यहां मुझे कोई नहीं डरा सकता।’ सुप्रियो ने बीजद और कांग्रेस पर राज्य को लूटने का आरोप लगाया।

ज्ञात हो कि सुप्रियो पश्चिम बंगाल के आसनसोल सीट से बीजेपी के सांसद हैं। वह मोदी कैबिनेट में भारी उद्योग राज्यमंत्री हैं।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending