अन्तर्राष्ट्रीय
बांग्लादेशी ब्लॉगर की हत्या मामले में 2 गिरफ्तार
ढाका| बांग्लादेश के धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगर निलाद्री चटर्जी निलॉय की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ‘बीडीन्यूज 24’ की एक रपट के मुताबिक, ढाका महानगर के पुलिस उपायुक्त मुंतसिर इस्लाम ने कहा कि उत्तरा से जातीय पार्टी के नेता चुन्नू के भतीजे सद अल नाहीन तथा कालशी से मसूद राणा को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने कहा कि दोनों अंसारूल्लाह बांग्ला टीम के सदस्य हैं। यह एक इस्लामी आतंकवादी समूह है, जिस पर तीन अन्य ब्लॉगरों की हत्या का आरोप है।
ढाका विश्वविद्यालय से बीबीए की पढ़ाई कर रहा नाहीन दो साल पहले ब्लॉगर आसीफ मोहिउद्दीन की हत्या का प्रयास करने के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है।
एक साल पहले वह जमानत पर रिहा हुआ था।
पुलिस ने दावा किया है कि हत्या के लिए अंसारूल्लाह बांग्ला टीम ही जिम्मेदार है।
उल्लेखनीय है कि निलॉय की सात अगस्त को ढाका स्थित उनके घर में पांच लोगों ने मांस काटने वाले चाकू से काटकर हत्या कर दी थी।
अन्य तीन ब्लॉगरों-अविजीत रॉय, ओयाशिकुर रहमान बाबू तथा अनंत बिजॉय दास की भी इसी तरीके से हत्या कर दी गई थी।
मारे गए सभी चारों लोग एक आंदोलन ‘गनजागरण मंच’ से जुड़े थे, जो धर्म आधारित राजनीति पर प्रतिबंध और उन लोगों के लिए कठोर से कठोर सजा की मांग कर रहा है, जो 1971 में स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान युद्ध अपराध में संलिप्त थे।
अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’
नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।
रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”
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