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बसपा में बड़ा उलटफेर , मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी का घटाया कद

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लखनऊ। उप्र विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने कड़े फैसले लेते हुए पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी का कद घटा दिया है। पूर्व मंत्री को संगठन के लगभग सभी पदों से हटा दिया गया है। उनके पास राष्ट्रीय सचिव का पद अब भी हैं।

संगठन में बदलाव की अधिकृत तौर पर तो जानकारी नहीं दी गई लेकिन, सूत्रों के मुताबिक बसपा प्रमुख ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी को एक तरह से उत्तर प्रदेश से बाहर करते हुए मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का दायित्व सौंपा है।

हालांकि, सिद्दीकी लखनऊ मंडल के कोआर्डिनेटर बने रहेंगे और विधान परिषद सदस्य होने के नाते सदन की बैठक में भाग लेने के लिए यहां प्रवास के दौरान ही मंडल का काम देखेंगे।

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मायावती ने संगठन में कई जोन की व्यवस्था खत्म करते हुए प्रदेश के सभी 18 मंडलों को 9-9 मंडल में बांट दो जोन बनाए हैं। हर एक जोन में आठ जोन कोआर्डिनेटर रखे गए हैं।

इनमें दलित और पिछड़े समाज को प्राथमिकता दी गई है। जोन एक में लखनऊ सहित झांसी, चित्रकूट, आगरा, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद व बरेली मंडल को रखा गया है। पार्टी की भाईचारा के साथ ही मंडल, सेक्टर और बूथ कमेटियों को भंग कर दिया गया है।

वहीं प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और राज्यसभा सांसद  डा.अशोक सिद्धार्थ के कद में इजाफा हुआ है। राज्यसभा सांसद डा. अशोक सिद्धार्थ की अगुवाई में बने जोन एक में आरएस कुशवाहा, नौशाद अली, अतर सिंह राव, पुरुषोत्तम, हेमंत, शमशुद्दीन को रखा गया है।

राम अचल राजभर का कद बढ़ाते हुए मायावती ने शेष नौ मंडल के दूसरे जोन का दायित्व सौंपा है। बता दें कि विधानसभा चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन के बाद से ही संगठन में फेरबदल की चर्चाएं शुरू हो गईं थीं।

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इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन, देहरादून के अस्‍पताल में थे भर्ती

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देहरादून। इस्‍कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्‍यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का रविवार को निधन हो गया। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उन्‍हें तीन दिन पहले देहरादून के सिनर्जी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्‍होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से भक्तों में शोक की लहर है।

इस्कॉन मंदिर के डायरेक्टर कम्युनिकेशन इंडिया बृजनंदन दास ने बताया कि 5 मई को शाम 4 बजे नई दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मंदिर में दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उन्हें चोट लगी थी। उनका तीन दिनों से सिनर्जी अस्पताल में इलाज चल रहा था। भक्त उनके आखिरी दर्शन दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कर सकेंगे। सोमवार को उनकी देह को वृंदावन ले जाया जाएगा। इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।

 

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