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पाकिस्तान को अमेरिकी सैन्य मदद तेजी से घटी
![पाकिस्तान को अमेरिकी सैन्य मदद, 73 प्रतिशत की कमी, 'कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस', आतंकी हक्कानी नेटवर्क](https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2016/08/military-aid-by-us-to-pakistan.jpg)
वाशिंगटन| साल 2011 से पाकिस्तान को अमेरिकी सुरक्षा मदद में 73 प्रतिशत की कमी आई है। यह जानकारी ‘कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस’ (सीआरएस) की रिपोर्ट से मिली है। पाकिस्तान के अंग्रेजी दैनिक ‘डॉन’ की वेबसाइट की मंगलवार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी कांग्रेस के लिए तैयार की गई रिपोर्ट में 2002 से 2015 के बीच पाकिस्तान को दी गई सैन्य और आर्थिक सहायता शामिल होने के साथ-साथ वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए भी राशि चिन्हित है।
इसमें बताया गया है कि साल 2011 से पाकिस्तान को अमेरिकी आर्थिक सहायता में 53 प्रतिशत की कमी हुई है। यह वह समय है जब एबटाबाद में अल कायदा नेता ओसामा बिन लादेन के बारे में पता चला था और सलाला में पाकिस्तानी सीमा चौकी पर अमेरिकी हवाई हमले के बाद दोनों देशों के बीच संबंध खराब होने शुरू हुए। अमेरिकी हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।
आतंकी हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा कार्रवाई नहीं करने की इच्छा के मद्देनजर पेंटागन ने इस माह के शुरू में पाकिस्तान को 30 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद नहीं देने का फैसला किया। हालांकि, पाकिस्तान ने कार्रवाई नहीं करने के आरोप को तुरंत सिरे से खारिज किया था।
साल 2011 में पाकिस्तान को अमेरिकी सुरक्षा सहायता 1.3 अरब डॉलर थी जो गत साल घटकर 34.3 करोड़ डॉलर रह गई थी। आर्थिक सहायता की राशि जहां साल 2011 में 1.2 अरब डॉलर थी, वह गत साल घटकर 56.1 करोड़ डॉलर हो गई। अमेरिकी पत्रिका ‘द वायर’ ने शनिवार को कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच मनमुटाव इस्लामाबाद को अपने सदाबहार मित्र चीन के और करीब ला सकता है। ‘द वायर’ ने टिप्पणी की है कि 30 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता के निलंबन को कभी बड़े सहयोगी रहे देश के साथ हाल में तनावपूर्ण संबंधों के संकेत के रूप में देखा गया है, जो भारत के लिए महत्वपूर्ण बात है।
30 करोड़ डॉलर का जो भुगतान रद्द कि या गया है, वह गठबंधन सहायता कोष (सीएसएफ) के रूप में था। इस कोष के तहत पाकिस्तान को साल 2002 से अब तक 14 अरब डॉलर मिल चुके हैं। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों का एक और संकेत लड़ाकू विमानों का सौदा रद्द होना था। विदेशी वित्तपोषण कार्यक्रम के तहत अमेरिका को पाकिस्तान को 8 एफ-16 लड़ाकू विमान 27 करोड़ डॉलर में बेचने थे। लेकिन, अमेरिकी कांग्रेस में प्रस्तावित बिक्री का विरोध हुआ और इस साल मई महीने में सौदा रद्द हो गया। विमान की पूरी कीमत 70 करोड़ डॉलर भुगतान कर पाकिस्तान अभी भी एफ-16 विमान खरीद सकता है। लेकिन, उसने इससे असमर्थता जताई है।
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गर्मियों की तेज धूप जब सीधी हमारी त्वचा पर लगती है तो त्वचा की एलर्जी के साथ ही उन पर लाल-काले रैशेज़ का पड़ना या सनबर्न जैसी समस्यायें होने लगती हैं. कभी-कभी इनमें खुजली या जलन की परेशानी भी पैदा हो सकती है. इससे आपकी त्वचा भद्दी दिखाई देने लगती है. क्योंकि असल में सूरज की पराबैंगनी किरणों के असर से हमारी स्किन की ऊपरी परत जल चुकी होती है. इसके अलावा आपको धूप से एलर्जी भी हो सकती है. तब आपके लिये और भी एहतियात बरतना जरूरी हो जाता है.
गर्मी के मौसम में अक्सर दिखने वाली इन समस्याओं से कुछ आसान घरेलू उपायों के ज़रिये भी निपटा जा सकता है. हम यहां बात करने वाले हैं कुछ ऐसे ही तरीकों के बारे में. जो खर्चीले भी नहीं हैं और आपके आसपास ही आसानी से उपलब्ध होते हैं. आइये जानते हैं इनके बारे में.
ग्रीन-टी है कारगर
तेज धूप की वज़ह से त्वचा पर पड़ने वाले लाल-काले चकत्तों से निज़ात पाने के लिये ग्रीन-टी का इस्तेमाल भी बहुत कारगर साबित होता है. इसके लिये ग्रीन-टी का बैग पानी में डुबो कर कुछ देर को रख दें. फिर उस पानी को फ्रीजर में जमने के लिये रख दें. यह पानी बर्फ़ हो जाने पर उसे अपनी त्वचा पर खासतौर पर सनबर्न से प्रभावित हिस्सों पर धीरे-धीरे लगायें. इससे धूप में झुलसी स्किन को काफी राहत मिलती है.
एप्पल साइड विनेगर
धूप में निकलने से पहले नहाते समय पानी में एप्पल साइड विनेगर मिला लें. इससे सूरज की हानिकारक किरणों से काफी हद तक बचाव होता है और सनबर्न वगैरह की दिक्कत नहीं पैदा होने पाती. साथ ही इससे त्वचा यानी शरीर की सतह का पीएच लेवल भी सही रहता है.
एलोवेरा जेल
एलोवेरा का जेल त्वचा पर इस्तेमाल करने से सनबर्न में काफी राहत मिलती है. इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण स्किन के रैशेज़ को ख़त्म करने में बहुत मददगार होते हैं. एलोवेरा जेल का एक छोटा टुकड़ा लेकर उसे चेहरे और धूप से प्रभावित हिस्सों पर रगड़ें. इसे नियमित तौर पर करते रहने सनबर्न वगैरह की परेशानी काफी कुछ दूर हो जाती है.
खीरे का इस्तेमाल
खीरे में प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेन्ट्स होते हैं. साथ ही इसमें एनाल्ज़ेसिक गुण भी पाये जाते हैं जो सनबर्न या धूप की वज़ह से स्किन पर पड़ने वाले लाल-काले रैशेज़ को दूर करने में की-फैक्टर की भूमिका अदा करता है. इसलिये तेज धूप की वज़ह से त्वचा पर जलन की समस्या में उस पर खीरे का पेस्ट लगायें या फिर खीरे का पतला-पतला टुकड़ा काटकर प्रभावित हिस्सों पर रखें.
दही के फ़ायदे
दही को त्वचा पर एक बेहतर क्लींज़र के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही यह त्वचा को ठंडक भी पहुंचाता है. इसलिये सनबर्न और धूप में स्किन के झुलस जाने जैसी समस्याओं में दही का इस्तेमाल बहुत फ़ायदेमंद होता है. इससे त्वचा की खुजली और जलन शांत हो जाती है.
सनबर्न में इस्तेमाल करें आलू का पेस्ट
आलू त्वचा को ठंडक पहुंचाता है और कई तरह के पोषक-तत्वों से भरपूर होता है. इसलिये धूप से त्वचा पर होने वाली तमाम समस्याओं में इसका इस्तेमाल करना फ़ायदेमंद साबित होता है. इसके लिये आप आलू को कुचलकर या कद्दूकस में घिसकर और उसे पेस्टनुमा बनाकर अपने चेहरे व धूप से प्रभावित हिस्सों पर लगा लें. कुछ देर बाद साफ पानी से धो लें.
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