Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

नीतीश कुमार ने जीता विश्‍वास मत, पक्ष में पड़े 131 वोट  

Published

on

बिहार विधान सभा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नीतीश कुमार, तेजस्‍वी  यादव

Loading

पटना। बिहार विधानसभा में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुमत साबित कर दिया। प्रस्‍ताव के बाद नीतीश के पक्ष में 131 वोट पड़े, जबकि विरोध में 108 वोट पड़े।

सुबह 11 बजे पेश होने वाला यह प्रस्ताव राजद के हंगामे के चलते 12 बजे के बाद पेश हो सका। प्रस्ताव पेश होने से पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर हल्‍ला बोला और उनसे कई तीखे सवाल भी पूछे।

तेजस्वी ने कहा कि अगर हिम्मत थी तो मुझे बर्खास्त करके दिखाते। उन्होंने भाजपा के साथ जाने के लिए मुझे फंसा दिया। वह मेरा आत्मविश्वास देखकर डर गए।

हमने नीतीश जी पर कोई दबाव नहीं डाला। कौन सी नैतिकता और कौन सी विचारधारा है, यह दुनिया जानना चाहती है।

तेजस्वी ने नीतीश पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए सुशील मोदी के पास बैठते हुए। सबकुछ पहले से प्लान किया था। 28 साल की उम्र में क्या कुछ नहीं झेल रहा हूं मैं। पहले भाजपा ने बिहार की बोली लगाई अब सीएम की बोली लगाई है।

बता दें कि विधानसभा मुख्यमंत्री नीतीश को बहुमत साबित करना है और इसके लिए वो सुबह 10.30 बजे ही विधानसभा पहुंच गए थे। हालांकि उनके पहुचने के बाद राजद विधायकों ने विधानसभा में हंगामा शुरू कर दिया।

नीतीश कुमार के पहुंचते ही राजद विधायकों ने जमकर नारेबाजी की और नीतीश कुमार इस्तीफा दो, नीतीश कुमार वापस जाओ, के जोरदार नारे लगाए।

बिहार विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हुई और विधानसभा के भीतर भी राजद विधायक लगातार हंगामा करते रहे। इसी बीच राजद की तरफ से तेजस्वी यादव को विरोधी दल का नेता मनोनीत किया गया और विधानसभा अध्यक्ष को प्रस्ताव दिया गया, जिसे उन्होंने मंजूर कर लिया।

नेता विपक्ष बनते ही तेजस्वी यादव ने नीतीश के खिलाफ हमला बोला। उन्होंने कहा कि जनता ने महागठबंधन को पांच साल के लिए चुना था लेकिन हमारे साथ, बिहार की जनता के साथ धोखा देकर महागठबंधन को तोड़ दिया। नीतीश जी का ये कौन सा सिद्धांत है।

नीतीश पर आरोप लगाने के साथ ही एनडीए और जदयू के विधायक भी आक्रोशित हो गए। उन्‍होंने भी वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया।

राजद नेताओं ने एक सुर में नीतीश कुमार को धोखेबाज ठहराया है और कहा है कि सत्र तबतक नहीं चलने देंगे जबतक मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते।

वहीं विधानसभा परिसर में जय श्रीराम के नारे भी लगाए गए। बिहार में गुरुवार को राजग की नई सरकार बन गई। आंकड़ों पर नजर डालें तो जदयू और एनडीए को मिलाकर कुल 132 विधायकों के समर्थन का दावा है जबकि बहुमत के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

Published

on

Loading

श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

Continue Reading

Trending