मुख्य समाचार
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल बिहार पहुंचे, विरोधियों ने दिखाए काले झंडे
पटना| दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। केजरीवाल का विरोध कर रहे गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे के समर्थकों ने यहां उन्हें काले झंडे दिखाए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आमंत्रण पर केजरीवाल लोकसेवा अधिकार अधिनयम के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पटना में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे हैं।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विकास वैभव ने बताया, “दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल जब पटना के जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से बाहर निकले, तब उनका विरोध कर रहे लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाया।”
पुलिस ने विरोध करने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।
केजरीवाल का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि उन्होंने अन्ना हजारे को धोखा दिया है। अन्ना समर्थकों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने अन्ना समर्थकों से काले झंडे छीन लिए।
इससे पूर्व हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केजरीवाल का स्वागत किया।
केजरीवाल यहां बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम के बाद केजरीवाल का बोधगया जाने का भी कार्यक्रम है।
केजरीवाल ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का समर्थन किया है। वहीं, नीतीश ने भी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग का समर्थन किया है। इससे पूर्व नीतीश कुमार दिल्ली में केजरीवाल से दो बार मुलाकात भी कर चुके हैं।
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
-
लाइफ स्टाइल4 hours ago
गर्मियों में रोजाना मूली खाने से होंगे कई फायदे, आज ही करें डाइट में शामिल
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
नेशनल2 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
नेशनल1 day ago
बाराबंकी के हैदरगढ़ में बोले CM योगी- ये चुनाव रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच
-
मनोरंजन2 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
पीएम मोदी के नामांकन से पहले अमित शाह और सीएम योगी पहुंचे वाराणसी, तैयारियों का लिया जायजा
-
नेशनल1 day ago
अखिलेश यादव ने दी बीजेपी को चेतावनी, कहा- वोट डालने से किसी को रोका तो
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी केवल धर्म के नाम पर वोट मांगते हैं : प्रियंका गांधी