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तेलंगाना, आंध्र में दूसरे दिन भी नहीं चलीं आरटीसी बसें

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हैदराबाद,तेलंगाना और आंध्र प्रदेश,एपीएसआरटीसी,चिकित्सा

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हैदराबाद | तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन जारी एक लाख से अधिक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण राज्य संचालित बसें सड़कों पर नहीं उतरीं। कर्मचारी वेतन में संशोधन की मांग कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) द्वारा आवश्यक सेवा संरक्षण अधिनियम का प्रयोग करने की चेतावनी के बावजूद 1,20,000 कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आए।

लगभग 20,000 बसें डिपो में खड़ी रहीं, जिसके कारण दोनों राज्यों में सड़क परिवहन पंगु बना हुआ है, जिससे 1.5 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। एपीएसआरटीसी प्रबंधन द्वारा बस सेवा संचालन के लिए संविदा कर्मचारियों की सेवा का उपयोग करने का हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने कड़ा प्रतिरोध किया, जिसके कारण कुछ जगहों पर तनाव पसरा रहा। वेतन में 43 फीसदी वृद्धि की मांग के साथ प्रबंधन के रवैये का विरोध करने के लिए कर्मचारी इकाइयों ने रैलियां और धरना करने का आह्वान किया है। बस कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शनों से स्टेशनों और डिपो को बचाने के लिए निषेधाज्ञा लगा दी गई है।

प्रबंधन ने कर्मचारियों के गुरुवार को काम पर ना लौटने पर ईएसएमए लगाने की चेतावनी दी थी। अांध्र प्रदेश में कुछ 10,676 बसें और तेलेंगाना में 9,370 बसें डिपों में लगातार दूसरे दिन डिपो में खड़ी रही। हड़ताल का सबसे बुरा भाव छात्रों पर पड़ेगा। 2.5 लाख से अधिक छात्र चिकित्सा और इंजीरियरिंग कालेजों की प्रवेश परीक्षाओं में भाग लेने वाले हैं। दोनों राज्यों के सरकारी बस कर्मचारी अन्य सरकारी कमर्चरियों के तरह वेतन दिए जाने की मांग कर रहे हैं। एपीएसआरटीसी ने वेतन में 27 फीसदी बढ़ोत्तरी करने की पेशकश की है। एपीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक एन.संबाशिव राव ने बताया कि वेतन बढ़ाने से संगठन पर 2,800 करोड़ का बोझ बढ़ेगा, जबकि 2014-15 में संगठन को 950 करोड़ का घाटा हुआ है।

नेशनल

एग्जिट पोल से पहले कांग्रेस का बहुत बड़ा फैसला, अमित शाह ने कसा तंज

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नई दिल्ली। कांग्रेस ने आज होने वाले Exit poll के डिबेट से खुद को बाहर रखने का फैसला लिया है। इसकी जानकारी पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस टीवी पर एग्जिट पोल की बहस में हिस्सा नहीं लेगी क्योंकि वह इन अटकलों, अनुमानों और कयासों में शामिल नहीं होना चाहती। वहीं कांग्रेस के इस फैसले पर अमित शाह ने तंज किया है। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस का ये फैसला साबित करता है कि उन्होंने परिणाम आने से पहले ही अपनी हार मान ली है।

ग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए शाह ने एक बयान में कहा कि जब से उन्होंने कांग्रेस के मामलों में अहम भूमिका निभानी शुरू की है, तब से कांग्रेस ‘डिनायल मोड’ में है। बता दें कि आज शाम वोटिंग खत्म होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे आने लगेंगे।

कांग्रेस पर निशाना साधते हए शाह ने कहा, ‘कांग्रेस ने यह सोच कर चुनाव प्रचार किया कि उसे बहुमत मिलने वाला है लेकिन अब उसे वास्तविकता का एहसास हो गया है और वह जानती है कि कल चुनाव के बाद प्रसारित होने वाले एग्जिट पोल में उसे करारी हार का सामना करना पड़ेगा।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास मीडिया के सवालों का जवाब देने का साहस नहीं है इसलिए वह एग्जिट पोल की पूरी प्रक्रिया को खारिज कर रही है और दावा कर रही है कि इसका कोई मतलब नहीं है। गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को नकारना नहीं चाहिए और इसके बजाय आत्मचिंतन करना चाहिए। अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जब न्यायिक निर्णय और चुनाव परिणाम उसके पक्ष में नहीं आते हैं तो वह सुप्रीम कोर्ट और निर्वाचन आयोग पर आक्षेप लगाती है।

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