नेशनल
तमिलनाडु मुख्य सचिव के घर पर छापेमारी की ममता ने निंदा की
कोलकाता | तमिलनाडु के मुख्य सचिव के घर पर आयकर विभाग के छापे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की। ममता बनर्जी ने इस कदम को प्रतिशोधात्मक, अनैतिक और तकनीकी दृष्टि से अनुचित बताया।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने ट्वीट कर कहा, “पहले अरविंद केजरीवाल के प्रमुख सचिव पर छापेमारी की गई और परेशान किया गया। अब मुझे पता चला है कि तमिलनाडु के मुख्य सचिव के घर पर भी छापेमारी की गई है। प्रतिशोधात्मक, अनैतिक और तकनीकी रूप से अनुचित कार्रवाई क्यों? क्या यह केवल संघीय संरचना को अस्त-व्यस्त करने के लिए है?”
ममता ने यह जानना चाहा कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और अन्य लोगों की संपत्तियों पर छापेमारी क्यों नहीं की जाती है।
उन्होंने कहा, “क्यों नहीं वे अमित शाह और अन्य लोगों के घर पर छापेमारी करते हैं, जो पैसे वसूल रहे हैं। यद्यपि भ्रष्टाचार की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए, लेकिन केद्रीय एजेंसियों द्वारा मुख्य सचिव के घर पर छापेमारी नागरिक सेवा के प्रमुख रूपी संस्था का अवमूल्यन करती है।”
ममता ने कहा कि छापेमारी से पहले तमिलनाडु के नेतृत्व को विश्वास में लिया जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा, “राज्य नेतृत्व को विश्वास में लेने के लिए समुचित प्रक्रिया का अनुसरण होना चाहिए था और सूचना के आधार पर कार्रवाई करने से पहले उन्हें पद से हटाया जाना चाहिए था।”
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
नेशनल2 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे
-
मनोरंजन2 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
पीएम मोदी के नामांकन से पहले अमित शाह और सीएम योगी पहुंचे वाराणसी, तैयारियों का लिया जायजा
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी केवल धर्म के नाम पर वोट मांगते हैं : प्रियंका गांधी
-
नेशनल2 days ago
चौथे चरण में देशभर की इन 96 सीटों पर होगा मतदान, अखिलेश, ओवैसी समेत इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
-
नेशनल1 day ago
बाराबंकी के हैदरगढ़ में बोले CM योगी- ये चुनाव रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच