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तटरक्षक को लापता विमान की सूचना जल्द मिलने की उम्मीद

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चेन्नई | भारतीय तटरक्षक अपने लापता डोर्नियर विमान की तलाशी के काम में एक पनडुब्बी के लगाए जाने के बाद एक ठोस सूचना मिलने की उम्मीद कर रहा है। यह जानकारी एक अधिकारी ने रविवार को दी। तटरक्षक ने टेलीविजन की उस रपट को खारिज कर दिया है, जिसमें पानी के अंदर विमान के देखे जाने की बात कही जा रही थी।

तटरक्षक के एक अधिकारी ने बताया, “पनडुब्बी आईएनएस सिंधुध्वज ने इलाके में खोज शुरू की है, जहां विमान के गिरने की आशंका है।” उन्होंने कहा, “आज देर शाम हमें लापता विमान को लेकर कुछ जानकारी मिल जानी चाहिए। पानी के अंदर विमान मिलने से संबंधित टेलीविजन रपट बिल्कुल गलत है।” अधिकारी ने बताया कि विमान निर्माता से भी अपील की गई है कि इसके लापता होने की वजह का पता लगाने में सहयोग करे। हाल के समय में यह दूसरा डोर्नियर विमान है जो लापता हुआ है। विमान में चालक दल के तीन सदस्य सवार थे। एक महीने के अंदर यह दूसरा डोर्नियर विमान है जो हादसे का शिकार हुआ है। इससे पहले भारतीय नौसेना का डोर्नियर-228 चालक दल के तीन सदस्यों सहित गोवा तट से दूर अरब सागर में गिर गया था, जिसमें दो सदस्यों की मौत हो गई थी। तटरक्षक अधिकारी ने बताया कि दोनों विमानों के लापता होने की स्थितियां समान नहीं हैं। अधिकारी ने बताया, “हम विमान के लापता होने की संभावित वजह का पता लगाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दे रहे हैं।” उन्होंने कहा कि डोर्नियर विमान में आपात निकास था।

अधिकारी ने बताया, “जब तक हमें विमान का डाटा रिकार्डर नहीं मिलता है या हमें लापता विमान प्राप्त नहीं होता है, हम कुछ नहीं कह सकते।” उन्होंने बताया कि समुद्र की सतह पर मिले तेल के परीक्षण से इसके विमान के होने की पुष्टि नहीं हुई। सर्वेक्षण जहाज आईएनएस संधायक ने शनिवार को समुद्र के अंदर तलाशी ली, जिसमें उसे 37.5 किलोहट्र्ज का ट्रांसमिशन रुक-रुक कर प्राप्त हुआ, जो संभवत: लापता विमान के सोनार लोकेटर बेकन से आ रहा था। पिछले सोमवार रात 9.23 बजे विमान के लापता होने के बाद से लगातार छह दिनों से इसकी गहन तलाशी जारी है। तटरक्षक ने रिलायंस इंडिया लिमिटेड को दूरवर्ती इलाके में पानी के अंदर जांच करने वाले वाहन से लैस पोत भेजने को कहा है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशन टेक्नोलोजी का खोजी पोत सागर निधि भी तलाशी वाले इलाके में 14 जून को पहुंचने वाला है। डोर्नियर में विमान पायलट उप कमांडेंट विद्यासागर, सह-पायलट और उप कमांडेंट सुभाष सुरेश और संचालक/पर्यवेक्षक एम.के.सोनी सवार थे। सभी की उम्र 30-40 साल के बीच थी। विमान तमिलनाडु तट और पाक की खाड़ी की निगरानी पर निकला था। यह चेन्नई हवाईअड्डे से सोमवार शाम छह बजे चौकसी के लिए रवाना हुआ था। मंगलवार को जारी हुए एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, विमान से आखिरी बार संपर्क सोमवार रात नौ बजे हुआ था। त्रिची राडार के मुताबिक, विमान को आखिरी बार पुडुचेरी के करैकल में रात 9.23 बजे देखा गया था। आधिकारिक बयान के मुताबिक, “विमान को 2014 में तटरक्षक के बेड़े में शामिल किया गया था और वह अत्यधिक अनुभवी पायलटों द्वारा उड़ाया जा रहा था।”

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लखनऊ में स्वास्थ्य सेवा निर्माण में एक नई छलांग, अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण निर्माण इकाई की हुई स्थापना

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लखनऊ। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के तहत, Q-Line Biotech Pvt. Ltd. (POCT Group) ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण निर्माण सुविधा की स्थापना की है। यह पहल Boule Medical AB के साथ रणनीतिक तकनीकी सहयोग के रूप में की जा रही है।

Q-Line Biotech और Boule Medical AB मिलकर उच्च गुणवत्ता वाले चिकित्सा उपकरण, रेजेंट्स और उपभोग्य सामग्रियों का उत्पादन कर रहे हैं। इस सहयोग का उद्देश्य है कि आम जनता को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से सस्ते और सुलभ डायग्नोस्टिक्स मिल सकें। 28 मई 2024 को, Boule Medical AB के वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें CEO एवं ग्रुप प्रेसिडेंट श्री टॉर्बन नीलसन और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, कमर्शियल ऑपरेशन्स श्री कियाराश फर शामिल थे, ने नई निर्माण इकाई का सत्यापन किया। उनके निरीक्षण ने पुष्टि की कि Q-Line की निर्माण इकाई अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है।

नीलसन ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान अपनी संतुष्टि व्यक्त की और भारतीय बाजार, विशेष रूप से हेमेटोलॉजी और संबंधित क्षेत्रों में इस सहयोग की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस सहयोग को भारत में स्वास्थ्य सेवा को अधिक सुलभ और किफायती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। Boule Medical AB ने Q-Line के “मेक इन इंडिया” पहल को समर्थन देने की प्रतिबद्धता भी दोहराई।

यह सहयोग दोनों संगठनों की उत्कृष्टता और उच्च मानकों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह उत्तर प्रदेश सरकार के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप है, जो इन्वेस्टर्स समिट-2023 के माध्यम से राज्य की औद्योगिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। Q-Line Biotech द्वारा 500 करोड़ रुपये के निवेश का संकल्प, जिसमें पहले चरण में 200 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है, इस प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

लखनऊ में इस नई निर्माण सुविधा की स्थापना से राज्य की आत्मनिर्भरता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर सृजित होंगे और क्षेत्रीय विकास में योगदान मिलेगा। यह पहल भारत के निर्माण क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और Q-Line Biotech Pvt. Ltd. इन महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

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