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अन्तर्राष्ट्रीय

ड्रोन हमले में मारे गए दो पश्चिमी बंधक, पाकिस्तान हैरान

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इस्लामाबाद | इस्लामाबाद ने शुक्रवार को कहा कि वह पाकिस्तान में अलकायदा द्वारा अपहृत किए गए दो पश्चिमी बंधकों की मौत से हैरान है। इन दोनों नागरिकों की मौत पाकिस्तान-अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमले में जनवरी में हो गई थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यहां पर एक बयान में कहा, “इस साल जनवरी में अमेरिकी ड्रोन हमले में दो पश्चिमी बंधकों वारेन विंस्टीन और जियोवन्नी लो पोटरे की दुर्घटनापूर्वक हुई मौत की खबर से पाकिस्तान सदमे में है और शोकाकुल है।”

बयान के मुताबिक ड्रोन हमलों में बंधकों की मौत इस तकनीकी के उपयोग के जोखिमों और अनपेक्षित परिणामों को दर्शाती है। पाकिस्तान इस बात को लंबे समय से कहता आ रहा है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हजारों नागरिकों को खोने वाले पाकिस्तान ने कहा कि वह इस दुखद क्षति को समझ सकता है और इस कठिन घड़ी में विंस्टीन और लो पोटरे के परिवार के साथ खड़ा है। बयान के मुताबिक, “पाकिस्तान के लोग और यहां की सरकार शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।”

अलकायदा की भारतीय उप-महाद्वीप शाखा ने इस सप्ताह कहा था कि पिछले कुछ महीनों में अमेरिकी ड्रोन हमलों में दो वरिष्ठ कमांडरों सहित उसके 50 सदस्य मारे गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति भवन ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा कि अलकायदा ने अमेरिकी नागरिक वारेन विंस्टीन को 2011 और इतावली नागरिक जियोवन्नी लो पोटरे को 2012 में बंधक बनाया था। इन दोनों की जनवरी में अफगानिस्तान-पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाके में मौत हो गई।

व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि अभियान में अलकायदा से जुड़े परिसरों को निशाना बनाया गया था और इस बात पर विश्वास करने का कोई कारण नहीं था कि बंधक उस स्थान पर मौजूद थे। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गुरुवार को टीवी पर एक संबोधन में दोनों बंधकों की मौत की जिम्मेदारी लेते हुए उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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