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मुख्य समाचार

ट्रक संचालकों की 1 अप्रैल से देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी

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कोलकाता | बीमा शुल्क और सरकारी शुल्क में अत्यधिक वृद्धि के विरोध में ट्रक संचालकों ने रविवार को एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है। ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हीकल्स ओनर्स एसोसिएशन के कार्यकारी सदस्य सुभाष चंद्र बोस से हुई बातचीत में हड़ताल के आह्वान की जानकारी दी।

सुभाष ने कहा कि बीमा कंपनियों ने ट्रकों के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की प्रीमियम दरों में 50 फीसदी की भारी वृद्धि की है, जबकि केंद्र सरकार परमिट शुल्क सहित कई दरों में बढ़ोतरी की है।

बोस फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव भी हैं। उन्होंने कहा, “इन दो शुल्कों में वृद्धि के चलते मालवाहक वाहनों का संचालन वित्तीय रूप से लाभकारी नहीं रह गया है।”

संगठन ने सभी सरकारी विभागों और मंत्रियों को हड़ताल से संबंधित चिट्ठी भेज दी है। हालांकि दूध और कुछ आपातकालीन सामग्रियों की आपूर्ति सेवाओं को इस हड़ताल से दूर रखा गया है।

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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