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जयललिता की मौत से ठीक ऐन वक्त पहले का वीडियो आया सामने, गर्मायी सियासत

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चेन्नई। तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर बड़ा भूचाल आ सकता है। पूर्व सीएम जयललिता की मौत को लेकर कई कयास लगाये जा रहे हैं। दरअसल उनका निधन एक साल पहले हुआ था। बता दें कि यह भी खबर आई थी कि 22 सितंबर, 2016 को अस्पताल लाया गया था तो उनकी सांस नहीं चल रही थी।

इसके बाद से लेकर तमिलनाडु की राजनीति में घमासान आ गया था लेकिन अब एक नया वीडियो सामने आया है जो शायद कुछ और बयां कर रहा है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जयललिता बीमार नजर आ रही हैं और अपोलो अस्पताल के बेड पर लेटी हुई हैं। वीडियो में दिख रहा है कि उनके हाथ में जूस का गिलास है और वे जूस पीते-पीते टीवी देख रही हैं। अखिल भारतीय अन्ना द्रमुक मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के पूर्व सांसद के. सी. पलानीस्वामी ने अपोलो अस्पताल से पूर्व मुख्यमंत्री जे.जयललिता के वीडियो पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। इस वीडियो में जयललिता अपोलो अस्पताल के एक कमरे में नजर आ रही हैं।

उन्होंने अस्पताल से स्पष्टीकरण मांगा है कि वह बताएं कि क्या यह वीडियो वास्तविक है या नहीं। इससे पहले उनकी मौत को लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहा थे लेकिन इस वीडियो के सामने आने के बाद उनकी मौत से पर्दे उठता नजर आ रहा है। बता दें कि यह जया के विधानसभा क्षेत्र आरके नगर में उपचुनाव से ठीक एक दिन पहले टीटीवी दिनाकरन ने एक वीडियो जारी किया है।

एआईएडीएमके के एक खेमे में जयललिता की मौत को लेकर कई बाते कही थी लेकिन अब टीटीवी दिनाकरन ने प्रेस वार्ता कर इसका जवाब देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जयललिता का शूट किया वीडियो दिखाया और कहा कि यह गलत है कि कोई भी जयललिता से नहीं मिला था। कुल मिलाकर इस वीडियो के जारी होने के बाद कई तरह बाते सामने आ रही है। तमिलनाडु की राजनीति भी इससे प्रभावित नजर आ रही है।

पलानीस्वामी ने जयललिता के इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह अपोलो अस्पताल को स्पष्ट करना है कि क्या इस तरह का कोई कमरा है भी नहीं और इस वीडियो क्लिप में कितनी सच्चाई है।” जयललिता के निधन के लगभग एक वर्ष बाद पार्टी से किनारे किए गए टी.टी.वी. दिनाकरन गुट के पी.वेट्रिवेल ने बुधवार को यह वीडियो जारी किया।  वेट्रिवेल ने पत्रकारों का बताया, “इस वीडियो को वी.के.शशिकला ने जयललिता के आईसीयू से अस्पताल के जनरल वार्ड में शिफ्ट करने के बाद बनाया था।”

शशिकला फिलहाल, भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं। इस वीडियो क्लिप को राधाकृष्णन नगर विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव से ठीक एक दिन पहले जारी किया गया है। इस निर्वाचन क्षेत्र से दिनाकरन निर्दलीय उम्मीदवार हैं। यह सीट जयललिता के निधन के बाद खाली हुई थी। इस बयान में अपोलो अस्पताल समूह के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष प्रताप सी. रेड्डी का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि डॉक्टरों को जयललिता की गंभीर हालत के बारे में नहीं बताने को कहा गया था।

बयान में पलानीस्वामी ने मांग की है कि डॉक्टरों को ऐसा करने के निर्देश किसने दिए।?  जयललिता को 11 सितंबर, 2016 को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और यहां पांच दिसंबर को उनका निधन हो गया था। अस्पताल ने कहा था कि उन्हें बुखार व शरीर में कम पानी (डिहाइड्रेशन) की समस्या के बाद भर्ती कराया गया था। रेड्डी ने कहा था कि डॉक्टरों को जयललिता के गंभीर स्वास्थ्य के बारे में जानकारी नहीं देने के लिए कहा गया था क्योंकि इससे लोगों की भावनाओं पर काबू पाना मुश्किल हो जाता। हालांकि, रेड्डी ने यह नहीं बताया कि उन्हें यह सलाह किसने दी थी।

जयललीता की दोस्त के.सी गीता ने एक टेलीविजन चैनल को बताया कि वीडियो देखकर लगता है कि यह वीडियो फर्जी है। इससे पहले, दिनाकरन ने कहा था कि वह अस्पताल में जयललिता का वीडियो क्लिप उचित समय पर जारी करेंगे। इस वीडियो क्लिप पर टिप्पणी करने के लिए अपोलो अस्पताल के अधिकारी मौजूद नहीं थे।

देखें-वीडियो :

नेशनल

15 दिन की पैरोल मिलने के बाद जेल से बाहर आए पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह, समर्थकों ने किया स्वागत

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पटना। पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह रविवार को पटना की बेऊर जेल से बाहर निकल गये हैं। गृह विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद अनंत सिंह को जेल से 15 दिनों की पैरोल मिली है। वह सुबह लगभग 4:00 बजे जेल से बाहर निकले।आनंद सिंह के जेल से बाहर निकलने की सूचना के साथ ही उनके समर्थकों में काफी उत्साह का माहौल है। अनंत सिंह लगभग 5 वर्षों से जेल में बंद है। अनंत सिंह पर एके 47 रखने का आरोप है, जिसके तहत कोर्ट ने उन्हें 10 वर्ष की सजा सुनाई थी। तब से मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पटना के बेउर जेल में सजायाफ्ता बंदी के रूप में सजा काट रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक़ आपसी पारिवारिक बंटवारे को लेकर अनंत सिंह ने न्यायालय में कोर्ट से पैरोल पर इसके लिए आदेश मांगा था। पेरोल पर आदेश मिलने के बाद आनंद सिंह को लेकर गृह विभाग ने यह आदेश जारी किया था। रविवार की अहले सुबह जब अनंत सिंह को 15 दिनों के पैरोल पर बेउर जेल से बाहर निकाला जा रहा था, उस समय जेल के बाहरी एवं भीतरी सुरक्षा को चुस्त दुरुस्त कर दिया गया था।

अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह वर्तमान में राजद के विधायक हैं। बिहार में वर्तमान में लोकसभा का चुनाव चल रहा है। चौथे चरण 13 में को बिहार के मुंगेर में लोकसभा के चुनाव का मतदान होना है। इसे लेकर भी अनंत सिंह के जेल से बाहर आने को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

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