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छग : बंजर भूमि पर हरियाली फैलाकर किसान हो रहे मालामाल
जशपुर/पत्थलगांव, 5 जून (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के जशपुर में स्थित पत्थलगांव में किसान बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने में जुटे हैं। इसके लिए क्षेत्रीय किसान बंजर जमीन में हरियाली लाने के लिए विभिन्न प्रजाति के आम के पौधे रोप कर वहां से प्रतिवर्ष लाखों रुपयों की आय प्राप्त कर रहे हैं। इन किसानों की सुदृढ़ स्थिति से प्रभावित होकर अन्य किसानों का भी अपनी बंजर और अनुपयोगी जमीन को हरा भरा करने में रुझान बढ़ा है।
यहां उद्यान विभाग की राष्ट्रीय बागवानी योजना के तहत सबसे पहले मिजारपुर के किसान अकलू यादव ने अपनी पांच एकड़ की बंजर भूमि पर लगभग 200 आम तथा अमरूद के पौधे लगाए। इस बगीचे को घेर कर यहां महज चार साल के बाद ही इसे बेहतर उद्यान में बदल दिया गया है। अब इस उद्यान में दो दर्जन से अधिक प्रजाति के मीठे और रसीले आम की बिक्री करके किसान अकलू राम को सालाना डेढ़ से दो लाख रुपयों की आय हो रही है।
अकलू राम द्वारा अपनी बंजर तथा अनुपयोगी भूमि में हरियाली फैलाकर उसे अपनी आय का अच्छा जरिया बना लेने से प्रेरित सेवानिवृत शोभन गुरुजी ने भी आम का शानदार बगीचा तैयार किया है। मिजारपुर गांव में अकलू राम के साथ शोभन गुरुजी भी पिछले तीन साल से आम की पैदावार से लाखों रुपयों की आमदनी ले रहे हैं। यहां पर अकलू राम की सफलता ने आस-पास के अन्य किसानों को भी फलोद्यान के प्रति आकर्षित किया है।
मिजारपुर के समीप ग्राम खारडोढ़ी में जोकिम उरांव ने भी उद्यान विभाग से राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत अपनी 5 एकड़ बंजर भूमि पर आम का ही बगीचा तैयार किया है। इसी तरह ग्राम जामजुनवानी में भी सेवानिवृत्त शिक्षक मोहरा राम और निकोलस उरांव ने भी आम, लीची, अमरूद तथा अन्य फलों की पैदावार करके दूसरे किसानों के लिए सफलता का उदाहरण बन गए हैं।
मिजारपुर का किसान अकलू राम का कहना है कि उन्होंने अपने उद्यान का लगातार विस्तार करके अब लगभग 10 एकड़ बंजर भूमि को हरा-भरा बना दिया है। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से उसकी पथरीली भूमि में पर्याप्त मात्रा में पानी का स्त्रोत भी मिल गया है। इससे उसे बंजर भूमि को हरा भरा करने में काफी मदद मिली है।
अकलू राम ने कहा कि उसने आस-पास के पत्थरों को बरसात का पानी रोकने का उपयोग किया है। पत्थर और मिट्टी की मेड़ से बरसात का पानी रोक लेने से उसके आम, अमरूद, बेर आदि के पौधे काफी बढ़िया आकार ले चुके हैं। यहां पर बंजर भूमि की हरियाली से प्रभावित होकर बरसात के दिनों में अनेक किसान उनसे सलाह लेने पहुंचते हैं। इन किसानों को वे पर्यावरण सरंक्षण का पाठ पढ़ाने के साथ बरसात का पानी रोक कर उसका बेहतर उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
अकलू राम का आम बगीचा में इस वर्ष भी दशहरी आम, बैंगनफली, चौसा, लंगड़ा तथा अन्य प्रजाति के आमों की बहार छाई हुई है। किसान का कहना है कि बाजार में आम की कमजोर फसल के चलते उसके पास सीधे फल व्यापारी पहुंच रहे हैं।
उद्यान अधीक्षक प्रकाश सिंह भदौरिया ने बताया कि पत्थलगांव क्षेत्र में किसानों को राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना काफी रास आई है। बीते चार साल मे यहां 108 किसानों ने अपनी 86 हेक्टेयर भूमि पर फलदार पौधों का रोपण कर भविष्य की आमदनी का रास्ता को सुगम कर लिया है। यहां पर विभिन्न गांव के किसानों द्वारा रोपे गए फलदार पौधों में 90 प्रतिशत पौधे जीवित हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत अन्य किसानों की सुदृढ़ स्थिति से प्रभावित होकर अब किसान सीधे उनके कार्यालय में सम्पर्क करने पहुंच रहे हैं।
भदौरिया ने बताया कि योजना के तहत किसानों को निशुल्क फलदार पौधे तथा रोपण के बाद खाद, दवा की समुचित व्यवस्था शासन द्वारा करने से यहां सैकड़ों हैक्टयर भूमि पर हरियाली फैल गई है।
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बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल
नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्ट में फेल गई है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।
जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।
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