Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

‘कपड़ों से तुम्हारा चरित्र नहीं बन सकता’

Published

on

अमिताभ बच्चरन, पोती आराध्याप, नातिन नव्या् नवेली, खुला पत्र

Loading

अमिताभ बच्चरन, पोती आराध्याप, नातिन नव्या् नवेली, खुला पत्र

big b letter writing

अमिताभ बच्‍चन ने लिखा अपनी नातिन व पोती के नाम खुला पत्र

मुंबई। बॉलीवुड के महानायक और सुपरस्‍टार ऑफ द मिलेनियम अमिताभ बच्‍चन के चाहने वालों में कई जेनेरेशन के लोग शामिल हैं। उनके धीर-गंभीर व्‍यवहार के कारण देश-विदेश में लोग उनकी बातों को ध्‍यानपूर्वक सुनते हैं एवं काफी हद तक उन पर अमल भी करते हैं। बिगबी ने आज अपनी पोती आराध्‍या और नातिन नव्‍या नवेली के नाम एक खुला पत्र लिखा है जो महिलाओं पर किए जाने वाले बेवजह के रोक-टोक व पाबंदी के प्रति उनकी खिन्‍नता को दर्शाता है। पत्र में उन्‍होंने अपनी दोनों ग्रैंड डाटर्स को अपने तरीके से जीवन जीने के लिए प्रेरित किया है। यह पत्र सिर्फ अमिताभ बच्‍चन की ग्रैंड डाटर्स के लिए ही नहीं बल्कि देश की हर बेटी के लिए एक संदेश है।

मेरी प्रिय नव्‍या व आराध्‍या,

तुम दोनों के नाजुक कंधों पर अपने खानदान व विरासत के मान सम्‍मान का भार है। आराध्‍या तुमको अपने परदादाजी हरिवंश राय बच्‍चन व नव्‍या तुमको अपने परदादाजी एचपी नंदा का सम्‍मान आगे बढाना है। तुम दोनो के दादाजी ने तुमको समाज में नाम, सम्‍मान व अतिविशिष्‍ट स्‍थान दिया है। तुम दोनो नंदा या बच्‍चन हो सकती हो परंतु तुम दोनों कयोंकि लड़कियां हो इसलिए लोग व समाज तुम पर अपनी सोच थोपने का प्रयास करेंगे। समाज व लोग तुम पर अपनी बंदिशें लगाने का प्रयास करेंगे। लोग तुमको यह बताने का प्रयास करेंगे कि तुम क्‍या कपड़े पहनो, किस प्रकार का आचरण करो, किससे मिलो व कहां जाओ।

बावजूद इसके कि तुम्‍हारे नाम के साथ बच्‍चन या नंदा जुड़ा हुआ है, नव्‍या और आराध्‍या तुमको वो सारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा जो इस समाज में एक स्‍त्री को करना पड़ता है। लोगों की मानसिकता से प्रभावित होकर अपने जीवन के निर्णय मत लेना। तुम अपने निर्णय अपनी सोच व बुद्धिनुसार ही लेना। लोगों की इस बात से कतई प्रभावित मत होना कि तुम्‍हारे कपड़े तुम्‍हारा चरित्र बना सकते हैं।

किसी के भी प्रभाव में आकर मित्रता मत करना। तुम्‍हारे मित्र तुमको स्‍वयं चयनित करने हैं। विवाह भी तुम सिर्फ तब करना जब तुम विवाह करना चाहो। लोग बहुत सी बातें करेंगे। बहुत कुछ बुरा भी कहेंगे परंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि तुमको सबकी बात सुननी ही है। कभी भी इस बात की परवाह मत करना कि लोग क्‍या कहेंगे।

अपने जीवन में अंततः तुमको स्‍वयं ही अपने निर्णय के परिणाम झेलने होंगे अतः अपने जीवन के निर्णय किसी और को मत लेने देना। नव्‍या तुम्‍हारा नाम सा तुमसे जुड़े खानदान का नाम तुमको उन परेशानियों से नहीं बचा पाएगा जो एक लड़की को झेलनी पड़ती हैं.

आराध्‍या तब तक तुम यह सब देखने समझने लायक होगी, हो सकता है मैं न रहूं परंतु जो बातें मैं आज कह रहा हूं वो तब भी उतनी ही सच होंगी।

बहुत कठिन है, कठिन है इस संसार में स्‍त्री होना, मगर मुझे विश्‍वास है कि तुम्‍हारी जैसी स्‍त्री ही कुछ परिवर्तन ला सकती है। मुझे पता है कि यह सरल नहीं अपनी सीमाएं स्‍वंय निर्धारित करना, अपने निर्णय स्‍वयं लेना, लोगों की परवाह न करना कठिन है परंतु तुम यह कर सकती हो। एक मिसाल बन सकती हो सबके लिए।

यही करो और तुम वह सब कुछ कर सकोगी जो मैं अपने जीवन में नहीं कर पाया। यह मेरे लिए सम्‍मान की बात होगी कि मैं अमिताभ बच्‍चन की तरह नहीं परंतु तुम्‍हारे दादाजी की तरह जाना जाऊं।

                    मेरे प्रेम के साथ

                    तुम्‍हारे दादाजी, नानाजी

 

नेशनल

पंजाब में दो मालगाड़ियां आपस में टकराई, दूसरे ट्रैक पर आ रही पैसेंजर ट्रेन को चपेट में लिया, बड़ा हादसा टला

Published

on

Loading

अमृतसर। पंजाब के सरहिंद में रविवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। सरहिंद के माधोपुर के पास सुबह करीब 3:30 बजे दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं, इनमें से एक का इंजन पलट गया और साइड ट्रैक से गुजर रही पैसेंजर ट्रेन से टकरा गया। इस हादसे में मालगाड़ी के दो लोको पायलट घायल हो गए। उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

यह दुर्घटना पिछले साल ओडिशा के बालासोर में हुए हादसे से मिलती जुलती है। उस हादसे में एक दूसरी ट्रेन आकर रेलवे ट्रैक पर पहले से खड़ी ट्रेन से टकरा गई थी। इस टक्कर में पास से गुजर रही एक तीसरी ट्रेन भी इसकी चपेट में आ गई। ओडिशा रेल हादसे में 293 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। श्री फतेहगढ़ साहिब में हुए इस हादसे की रूपरेखा कुछ-वैसी ही है। हालांकि ट्रेनों की गति धीमी होने के कारण बड़ा हादसा होते होते रह गया।

दरअसल मालगाड़ियों के लिए बनाए गए डीएफसीसी ट्रैक पर कोयले से लोडेड 2 मालगाड़ियां खड़ी थीं। इन मालगाड़ियों को रोपड़ की तरफ जाना था। लेकिन रविवार की सुबह अचानक मालगाड़ी का इंजन खुलकर दूसरी गाड़ी से टकरा गया। इंजन पलटकर अंबाला से जम्मू तवी की ओर जा रही पैसेंजर गाड़ी में फंस गया. जिससे पैसेंजर गाड़ी समर स्पेशल को भी नुकसान पहुंचा। हादसे के बाद समर स्पेशल गाड़ी को दूसरा इंजन लगाकर राजपुरा भेजा गया। वहीं अब ट्रैक को ठीक करने का काम जारी है। रेलवे के कर्मचारी मौके पर ट्रैक को ठीक करने में जुटे हुए हैं।

हादसे का शिकार हुए दोनों लोको पायलट उतरप्रदेश के सहारनपुर जिले के रहने वाले हैं। उनकी पहचान विकास कुमार और हिमांशु कुमार के रुप में हुई है। इंजन के शीशे तोड़कर दोनों लोको पायलट को बाहर निकाला गया। जिसके बाद उन्हें एंबुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। ई है.

Continue Reading

Trending