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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिकी यूनिवर्सिटी में गोलीबारी, 1 की मौत

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ह्युस्टन| अमेरिका की टेक्सास साउथर्न यूनिवर्सिटी (टीएसयू) में हुई गोलाबारी की घटना में एक छात्र की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के अनुसार, यूनिवर्सिटी के छात्रवास परिसर में शुक्रवार पूर्वाह्न् करीब 11.30 बजे हुई इस घटना में एक 18 वर्षीय छात्र की मौत हो गई, जबकि एक अन्य छात्र घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

जांचकर्ताओं का कहना है कि इस हमले का कारण आपसी विवाद हो सकता है।

पुलिस ने इस सिलसिले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा फरार है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गिरफ्तार किए गए दो संदिग्ध टीएसयू के छात्र हैं या नहीं।

हमले के बाद यूनिवर्सिटी को कुछ घंटों के लिए बंद कर दिया गया और शुक्रवार को कक्षाएं रद्द कर दी गईं।

टीएसयू परिसर में या उसके आसपास हाल के कुछ सप्ताहों में यह इस प्रकार की तीसरी घटना है। लेकिन अभी यह पता नहीं चल पाया है कि इन घटनाओं का आपस में कोई संबंध है या नहीं?

नॉर्दर्न अरिजोना यूनिवर्सिटी में भी शुक्रवार सुबह गोलीबारी हुई, जिसमें एक छात्र की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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