Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

अफगानिस्तान में सैन्य अभियान समाप्ति का आस्ट्रेलिया में समारोह

Published

on

केनबरा,अमेरिका,आतंकवादी,अफगानिस्तान,ऑपरेशन-स्लीपर,एडीएफ,प्रधानमंत्री,टोनी-एबॉट

Loading

केनबरा | अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ अफगानिस्तान में शुरू किए गए सैन्य अभियान के समापन के मौके पर शनिवार को आस्ट्रेलिया में परेड का आयोजित किया गया। अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकवादी हमले के बाद 2001 में अफगानिस्तान में ‘ऑपरेशन स्लीपर’ शुरू किया गया था।

‘एबीसी’ की रपट के मुताबिक, 2001 में शुरू हुए ‘ऑपरेशन स्लीपर’ में आस्ट्रेलियाई रक्षा बल (एडीएफ), पुलिस सेवा और संघीय पुलिस के 33,000 से ज्यादा जवानों ने हिस्सा लिया था, जिन्हें अफगानिस्तान और मध्य पूर्व के देशों में तैनात किया गया था। इस अभियान के दौरान एडीएफ के 41 जवान मारे गए और 261 घायल हुए थे। इस परेड का आयोजन राज्यों और क्षेत्रों की राजधानियों तथा टाउन्सविले में किया गया। केनबरा स्थित आस्ट्रेलिया के युद्ध स्मारक पर एक स्मृति सभा का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने ‘ऑपरेशन स्लीपर’ में शामिल रहे सभी के प्रयत्नों की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा, “इस स्मृति सभा के दिन हम अफगानिस्तान में आस्ट्रेलिया के सबसे लंबे युद्ध में शामिल होने के लिए सभी का सम्मान करते हैं। हम अपने सैन्य सुरक्षाकर्मियों, पुलिसकर्मियों और नागरिकों के शुक्रगुजार हैं।” “यह युद्ध जीत या हार के साथ नहीं बल्कि एक उम्मीद के साथ समाप्त हुआ है। एक बेहतर अफगानिस्तान की उम्मीद और एक सुरक्षित विश्व की उम्मीद।” उन्होंने कहा, “हम 41 एडीएफ जवानों की मौत पर संवेदना व्यक्त करते हैं। हम गंभीर रूप से घायल लगभग 261 जवानों के प्रति भी संवेदना व्यक्त करते हैं। इसके साथ ही हम सैकड़ों लोगों के परोक्ष पीड़ाओं को भी साझा करते हैं।”

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending