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मनोरंजन

अपनी भूमिका को लेकर उत्साहित था : जोश

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हॉलीवुड अभिनेता जोश गैड का कहना है कि आने वाली फिल्म ‘पिक्सल’ में अपनी भूमिका को लेकर वह उत्साहित थे, क्योंकि उन्हें अर्केड खेल हमेशा से पसंद है। फिल्म में उन्होंने लुडलॉ लैमंसऑफ की भूमिका निभाई है। जोश ने एक बयान में कहा, “मैं यह भूमिका निभाने का अवसर पाकर बेहद उत्साहित था, क्योंकि मुझे बचपन से ही यह खेल बेहद पसंद था। मैं 1981 में पैदा हुआ हूं और उस वक्त से ही बच्चों में ही अर्केड खेल को लेकर दिलचस्पी है।

क्रिस कोलंबस निर्देशित फिल्म में एडम सैंडलर, केविन जेम्स और पीटर डिंकलेज ने भी काम किया है।

फिल्म की कहानी सैम ब्रेनर (सैंडलर), विल कूपर (जेम्स), लुडलॉ लैमंसऑफ (जोश) और एडी प्लांट (डिंकलेज) की है, जो अर्केड खेल में माहिर हैं, लेकिन उनके सामने असल चुनौती तब आती है, जब वास्तविक जिंदगी में उन्हें अर्केड खेल के माध्यम से दुनिया को बचाना होता है।

फिल्म ‘पिक्सल’ 31 जुलाई को भारत में प्रदर्शित होगी।

प्रादेशिक

सीएम सुक्खू के मंत्री का विवादित बयान, कहा- कंगना को कोई बिना मेकअप देख ले तो दूसरी बार नहीं देखेगा

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नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कंगना रनौत के चेहरे को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिसके बाद उनका काफी विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत अपने कार्यक्रमों में मेकअप करके आती है। मेकअप वाली टीम भी हमेशा उनके साथ रहती है। मेकअप को देख ही लोगों की भीड़ उन्हें देखने आती है। अगर सुबह के समय कोई व्यक्ति कंगना को बिना मेकअप देख लें तो दूसरी बार नहीं देखेगा।

उधर कंगना ने भी नेगी केइस बयान पर पलटवार किया है। कंगना ने कहा कि उन्होंने फिल्मों में बिना मेकअप के भी रोल निभाए हैं। आज अगर वह अच्छे कपड़े पहनकर और पाउडर-लिपस्टिक लगाकर जनता से मिलना चाहती हैं तो उसमें भी यह आपत्ति जताते हैं। कंगना ने आगे कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि शक्ल से उनको क्या परेशानी हो गई। क्या इनके खूबसूरत चेहरों पर वोट दिए हैं। सुक्खू जी को लगता है उनकी खूबसूरत शक्ल पर वोट मिले हैं।

कंगना ने आगे कहा कि राजनीति में एक भाव है और यह भाव किसी में भी आ सकता है। किसी का चेहरा कैसा है या आपकी उम्र और लिंग क्या है यह देश इस सबसे बाहर निकलकर काफी आगे जाना चाहता है। ये देश की बहनों को काली-पीली और उनकी शक्ल को लेकर बातें करते हैं। उन्हें मेरी शक्ल से क्या लेना-देना। मेरी शक्ल चाहे जैसी भी हो जब तक मैं बुजुर्गों भाइयों, माता-बहनों और बच्चों की सेवा में तत्पर हूं तो मेरी शक्ल से तुम्हें क्या लेना-देना। आपको बता दें कि कंगना अलग-अलग इलाकों में जाकर वहां की वेशभूषा पहन रही हैं।

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