Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

अंतरिम आदेश ने फिर बदल दी स्थितियां

Published

on

अंतरिम आदेश के बाद की स्थिति, फ्लोर टेस्ट तक सहयोगियों को एकजुट रखने की चुनौती, सियासी समीकरण बदल सकता है चार दिन का ग्रेस पीरियड

Loading

अंतरिम आदेश के बाद की स्थिति, फ्लोर टेस्ट तक सहयोगियों को एकजुट रखने की चुनौती, सियासी समीकरण बदल सकता है चार दिन का ग्रेस पीरियड

फ्लोर टेस्ट तक सहयोगियों को एकजुट रखने की चुनौती

देहरादून। हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट के आए अंतरिम आदेश से सूबे के सियासी समीकरण गड़बड़ा गए हैं। महज 24 घंटे बाद हरीश रावत का फिर से पूर्व सीएम बन जाना साधारण घटना नहीं है। मुश्किलें सामने हैं, इसलिए हरीश को अगली व्यवस्था तक अपना कुनबा सहेजे रखने की चुनौती से पार पाना होगा। पूर्व सीएम हरीश रावत अपने हर बयान में एकजुटता की बात दोहरा भी रहे हैं। 27 विधायकों के साथ 6 पीडीएफ सदस्य फिलहाल एकजुट हैं, लेकिन 29 अप्रैल को फ्लोर टेस्ट तक 33 को साथ रखने में कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। 27 अप्रैल तक की मोहलत भाजपा को राहत दे रही है, जबकि इससे कांग्रेस की आफत बढ़ रही है। कांग्रेस खेमे में दिनभर चले सियासी घटनाक्रम में बहुमत के लिए हरीश का कुनबा आश्वस्त दिखा, लेकिन एकाध विधायकों के व्यवहार से यह संकेत मिला है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है।

सियासी समीकरण बदल सकता है चार दिन का ग्रेस पीरियड

गुरुवार को हाईकोर्ट के फैसले के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत अपने कुनबे को मजबूत करने के लिए हर सियासी दांव चलने की स्थिति में आ गए थे, लेकिन अब अंतरिम आदेश ने फिर स्थितियां बदल दी हैं। कांग्रेस के लिए अब सबसे बड़ी दिक्कत फ्लोर टेस्ट से पहले अगर बहुमत मिलता है तो मंत्रिमंडल की रूपरेखा क्या रहेगी। इसके लिए अब से कुछ विधायकों ने मंत्री की कुर्सी को लेकर दबाव बनाना शुरू भी कर दिया है। वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी अंबिका सोनी ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रदेश में कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की अगुवाई में लड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। हाईकोर्ट के फैसले से रावत सरकार की बहाली भले ही 24 घंटे की रही हो, लेकिन इससे उनके ग्राफ पर असर पड़ा है। कांग्रेस के संघर्ष के मामले में अंबिका सोनी के मार्फत सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने हरीश रावत और उनके विधायकों को मुबारकबादी भी भेजी है। उत्तराखंड प्रभारी अंबिका सोनी ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा ने सरकार बनाने की लालच में आकर प्रदेश में सियासी संकट खड़ा किया है।

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

Continue Reading

Trending