Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

फर्जी डाक्टर ने ली नवजात की जान

Published

on

उत्‍तराखण्‍ड में फर्जी डाक्टर, नवजात की जान, इलेक्ट्रो होम्योपैथिक में बीईएमएस

Loading

उत्‍तराखण्‍ड में फर्जी डाक्टर, नवजात की जान, इलेक्ट्रो होम्योपैथिक में बीईएमएस

fake doctor in uttarakhand

देहरादून। जसपुर के एक झोलाछाप फर्जी डाक्टर ने एक नवजात की जान ले ली। यह फर्जी डाक्टर दावा करता रहा कि उसने जीबी पंत विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रो होम्योपैथिक में बीईएमएस की है। पीडि़त परिजनों ने जसपुर थाने में डाक्टर के खिलाफ पिछले साल 25 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

जीबी पंत विवि से बीईएमएस की डिग्री का किया था दावा

जसपुर के मोहल्ला नत्थसिंह के निवासी मोहम्मद इलियास ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जीबी पंत विवि से जानकारी मांगी थी कि क्या अजीजुर्हमान ने इस विवि से बीईएमएस की डिग्री हासिल की है। सूचना आयुक्त सुरेंद्र सिंह रावत ने इस संबंध में विवि प्रशासन को फर्जी डिग्री वाले डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है, साथ ही पुलिस को भी कार्रवाई करने के लिए कहा है।

सूचना का अधिकार से खुलासा, विवि में है ही नहीं बीईएमएस कोर्स

अपीलकर्ता मोहम्मद इलियास ने सूचना आयोग में शिकायत की कि अजीजुर्हमान ने जसपुर में आदर्श इलेक्ट्रो होम्योपैथी क्लीनिक से उनका इलाज कराया। दुकान पर लगे बोर्ड में डाक्टर की उपाधि जी बी पंत विवि, पंतनगर दिखाई गई थी। इस फर्जी डाक्टर द्वारा बच्चे के इलाज के दौरान मौत हो गयी। इस संबंध में इलियास ने 25 अक्टूबर 2015 को जसपुर थाने में उक्त डाक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवायी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

इस संबंध में सूचना आयुक्त सुरेंद्र सिंह रावत ने सुनवाई की। इसमें विवि से कुलसचिव ने जानकारी उपलब्ध कराई कि जो डिग्री यानी बीईएमएस की डिग्री उक्त डाक्टर ने दिखाई थी तो वह डिग्री संस्थान देता ही नहीं है। कुलसचिव ने उक्त डाक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। न ही विवि के दुरुपयोग करने का मामला उठाया। सूचना आयुक्त ने इस संबंध में विवि को निर्देशित किया है कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

उत्तराखंड

चारधाम यात्रा में 31 मई तक VIP दर्शन पर रोक, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 19 मई तक बंद

Published

on

Loading

हरिद्वार। अगर आप भी चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए काफी अहम है। चारधाम यात्रा में VIP दर्शन व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। लोग 31 मई तक VIP सिस्टम के तहत दर्शन नहीं कर पाएंगे। वहीं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी 19 मई तक बंद रहेंगे। खराब मौसम और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी। छह दिन में ही देश-विदेश के 3,34,732 श्रद्धालु इनके दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा के लिए 25 अप्रैल से चारधामों के लिए पंजीकरण शुरू किया और गुरुवार तक 27 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पंजीकरण हो गए।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पत्र जारी कर 31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है। यह भी कहा है कि धामों में सुगम दर्शन के लिए सरकार ने श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य किया है। अब दर्शन उसी दिन होंगे जिस तिथि का पंजीकरण किया गया है। इससे पहले 30 अप्रैल को राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर 25 मई तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था पर रोके जाने का आदेश दिया था।

50 मीटर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध

उत्तराखंड सरकार ने भीड़ प्रबंधन की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसमें 50 मीटर के दायरे में चारों धामों के मंदिर के परिसर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया लाइव आदि पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार ने कहा है कि कुछ यात्रियों द्वारा मंदिर परिसर में वीडियो एवं रील बनायी जाती है और उन्हें देखने के लिए एक स्थान पर भीड़ एकत्रित हो जाती है जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन करने में असुविधा होती है ।

Continue Reading

Trending