Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

तालिबान के सुरक्षाबलों का आईएस आतंकियों के खिलाफ एक्शन, सैन्य प्रमुख कारी फतेह को मार गिराया

Published

on

Loading

काबुल| अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान, इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के लिए काल बन गया है। ताबिलान के सुरक्षाबलों ने इस्‍लामिक स्‍टेट खोरासान प्रोविंस के खुफिया और सैन्‍य प्रमुख कारी फतेह को मार गिराया है। कारी फतेह ही पाकिस्‍तानी, चीनी अधिकारियों और मस्जिदों पर हमले का मास्‍टरमाइंड माना जाता है। बताया जा रहा है कि काबुल के खैर खाना इलाके में रातभर चले अभियान में दो आईएसकेपी आतंकियों को मार‍ गिराया है। कारी फतेह का मारा जाना तालिबान के लिए बहुत बड़ी सफलता माना जाता है।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ISKP इस्लामिक स्टेट का एक अफगान सहयोगी और तालिबान का एक प्रमुख विरोधी है। काबुल में, कारी फतेह कथित तौर पर ISKP का कमांडर था और उसका संचालन करता था। कारी फतेह ने रूसी, पाकिस्तानी और चीनी राजनयिक मिशनों के खिलाफ कई हमलों की योजना बनाई थी। बयान में, मुजाहिद ने दो सहयोगियों के साथ इस्लामिक स्टेट हिंद प्रांत (आईएसएचपी) के पहले अमीर एजाज अहमद अहंगर की हत्या की भी पुष्टि की।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि रविवार देर रात अभियान में मारे गए लोगों में अफगानिस्तान में दाएश के खुफिया और अभियान प्रमुख भी शामिल हैं। उन्होंने मारे गए आतंकी सरगना की पहचान कारी फतेह के रूप में की है। दाएश, या इस्लामिक स्टेट-खुरासान (IS-K), इस्लामिक स्टेट का एक अफगान सहयोगी और एक प्रमुख तालिबान विरोधी है। मुजाहिद ने कहा कि फतेह ने काबुल में राजनयिक मिशनों, मस्जिदों और अन्य ठिकानों पर हाल के हमलों की साजिश रची थी। आधिकारिक शीर्षक का उपयोग करते हुए तालिबान सरकार ने “अपराधी को खेर खाना आवासीय क्षेत्र, काबुल में में एक जटिल ऑपरेशन के दौरान आईईए अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात विशेष बलों के हाथों क्रूर कार्यों के लिए कल रात न्याय दिया गया था।” उधर आईएस-के ने अपने शीर्ष नेता की हत्या के तालिबान के दावों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending