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मुख्य समाचार

भाजपा से निलंबित कीर्ति का प्रधानमंत्री से सवाल, सुब्रमण्यम का समर्थन मिला

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नई दिल्ली| दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को घेरे में लाने वाले दरभंगा से सांसद कीर्ति आजाद ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से अपने निलंबन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किए हैं। उन्हें इस मामले में पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी से भी समर्थन मिला है। कीर्ति ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, “मुझे निलंबन नोटिस मिला है और मैं इसका जवाब दूंगा। सुब्रमण्यम स्वामी ने मुझे नोटिस का जवाब लिखने में मदद करने का आश्वासन दिया है।”

उन्होंने यह भी कहा कि अगर सच बोलना अपराध है, तो वह यह अपराध बार-बार करते रहेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पूरे मामले में संज्ञान लेने की अपील की।

कीर्ति का आरोप है कि जिस समय जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष रहे, उस वक्त इस क्रिकेट निकाय में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ। जेटली 2013 तक 13 साल के लिए डीडीसीए के अध्यक्ष रहे। इस मामले को लेकर लगातार मुखर रहे कीर्ति को भाजपा ने बुधवार को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में संलिप्तता के आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया।

कीर्ति के बचाव में सुब्रमण्यम ने कहा कि ‘उन्हें नहीं लगता कि पार्टी को आजाद जैसे ईमानदार व्यक्ति को गंवाना चाहिए।’

उन्होंने कहा, “मैं भाजपा के नोटिस का जवाब देने में (कीर्ति) आजाद की मदद करूंगा। मुझे उनकी सहायता करने का पूरा अधिकार है।”

कीर्ति ने कहा कि वह यह जानना चाहते हैं कि क्या उन्हें डीडीसीए में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर निलंबित किया गया है?

उन्होंने कहा, “अगर सच बोलना अपराध है, तो मैं यह अपराध करता रहूंगा।”

कीर्ति ने कहा, “मैं एक सांसद हूं। मैंने कुछ चिंताएं जाहिर की और मुझे निलंबित कर दिया गया। मेरी मांग है कि डीडीसीए मुद्दा तीन माह में सुलझाया जाए।”

उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि मोदी स्वयं पूरे मामले को देखें और मुझे बताएं कि मेरी गलती कहां है, मैं जवाब चाहता हूं।’

उन्होंने कहा, “मैं यह भी आशा करता हूं कि भाजपा ‘मार्गदर्शक मंडल’ इस मामले पर ध्यान देगा।”

कीर्ति बिहार के दरभंगा संसदीय क्षेत्र से तीन बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। वह वर्ष 1983 में क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं।

वह पिछले साल मई में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पार्टी से निलंबित किए गए पहले भाजपा सांसद हैं।

नेशनल

सामने आई स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट, शरीर के इन हिस्सों पर चोट के निशान

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नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट के बाद उनका एम्स में मेडिकल टेस्ट कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट आ गई हैं। रिपोर्ट देखकर पता चलता है कि स्वाति के शरीर पर चार जगह चोट लगी थी। एम्स की रिपोर्ट में सामने आया है कि स्वाति मालीवाल को ‘बाएं पैर के थाइस’ पर 3×2 सेंटीमीटर के आकार की चोट थी और उनके ‘दाहिनी आंख के नीचे दाहिने गाल’ पर 2×2 सेंटीमीटर आकार की एक और चोट थी।

एम्स के डॉक्टर आनंद गंगदेव द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मरीज द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सीएम के आवास पर 13 मई को उनपर परिचित व्यक्ति ने हमला किया था. उन्हें कई बार थप्पड़ मारे गए और उनके सिर पर कठोर वस्तु से हमला किया गया और वह जमीन पर गिर गईं. उनके पेट, पेल्विस और चेस्ट पर पैर से कई बार मारा गया. मरीज फिलहाल जांघ और पेल्विस एरिया में दर्द की शिकायत कर रहा है।

सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें सिविल लाइन्स थाने लेकर जाया गया है। दिल्ली पुलिस को पहले ही बिभव कुमार के सीएम हाउस में होने का इनपुट मिला था। सूचना के बाद पुलिस टीम में एसएचओ सिविल लाइंस और एडिशनल डीसीपी नॉर्थ सीएम आवास पर पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद एक गाड़ी सीएम हाउस में पहुंची थी। दिल्ली पुलिस की टीम जब सीएम हाउस पर पहुंची तब वहां पर पहले से ही गेट खुले हुए थे। इस गाड़ी को गेट पर नहीं रोका गया और गाड़ी सीधा सीएम हाउस में चली गई। गाड़ी के लिए पहले से सीएम हाउस में मैसेज था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम सीधे सीएम हाउस में गई और फिर वहां से बिभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि गिरफ्तारी से पहले ही बिभव कुमार ने एक मेल किया था, जिसमें उसने हर जांच के लिए साथ देने की बात कही थी। अपने मेल में बिभव कुमार ने लिखा कि ‘मैं हर जांच में सहयोग को तैयार हूं। मुझे मीडिया के माध्यम से FIR दर्ज होने के बारे में जानकारी हुई। अभी तक मुझे एफआईआर के बाद कोई नोटिस नहीं दिया गया है। मेरी शिकायत पर भी दिल्ली पुलिस संज्ञान ले।’

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