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जुर्म

Shraddha murder case: श्रद्धा के शव को लक्ष्मण झूला में फेंकना चाहता था आफताब

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Shraddha Walker Murder

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नई दिल्ली। दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड (Shraddha murder case) में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (28) ने सनसनीखेज खुलासा किया हुआ है। उसने श्रद्धा के चेहरे, हाथों की कलाईयां व ऊंगलियां को ब्लोअर टॉर्च से जला दिया था। इसके लिए वह ब्लोअर टॉर्च महरौली मार्केट से खरीदकर लाया था।

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आरोपी का कहना है कि श्रद्धा की पहचान मिटाने के लिए चेहरे व हाथों को जलाया था। पुलिस को अब तक श्रद्धा के शव के टुकड़े के रूप में कुल 13 हड्डियां मिल चुकी हैं। सिर्फ 100 फुटा रोड श्मशान घाट के पास शव का जो टुकड़ा मिला है उससे पता लग रहा है कि वह महिला का है।

अन्य जगहों से मिली हड्डियों से पता नहीं लग रहा है। यहां कुल्हे का हिस्सा मिला है। पुलिस की जांच के बाद ये बात सामने आरोपी आफताब ने श्रद्धा के सिर को सबसे बाद में फेंका था। आरोपी ने खुलासा किया है कि फ्रिज खोलते समय श्रद्धा के चेहरे को देखता था।

दक्षिण जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी आफताब ने पूछताछ में खुलासा किया है कि दोनों शादी नहीं करना चाहते थे। दोनों जिंदगी को अपने तरीके से जी रहे थे। शराब, गांजा व बीड़ के नशे में दोनों में झगड़ा होता था।

वारदात वाले दिन भी दोनों में झगड़ा हुआ था। झगड़े में श्रद्धा उसे बर्तन फेंक कर मार रही थी। इस तरह का इनमें रोज झगड़ा होता था। आरोपी ने 18 मई को हुई झगड़े में श्रद्धा का गला दबा कर हत्या कर दी थी। उसने चेहरे को फ्रीज में रख दिया था। वह फ्रीज खोल श्रद्धा के चेहरे को हर रोज देखता था।

वह डेटिंग एप के जरिए अन्य युवतियों के संपर्क में था। दिल्ली पुलिस ने डीएनए जांच के लिए श्रद्धा के भाई श्रीजय विकास वालकर व पिता विकास वालकर के खून के सैंपल ले लिए हैं। पुलिस जल्द ही हड्डियों को डीएनजी जांच के लिए भेजेगी। दूसरी दिल्ली पुलिस ने आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट कराने के लिए साकेत कोर्ट में आवेदन किया है।

आरोपी श्रद्धा के शव को लक्ष्मण झूला, उतराखंड में फेंकना चाहता था। इसके लिए वह महरौली मार्केट से ब्रीफकेस खरीदकर लाया था। वह श्रृद्धा के साथ लक्ष्मण झूला घूमकर आया था। ये जगह उसकी देखी हुई थी, मगर बाद में इसने प्लान बदल दिया था।

दिल्ली पुलिस ने छतरपुर व महरौली के जंगलों में मंगलवार को भी शव के टुकड़े तलाश करने के लिए तलाशी अभियान चलाया। पुलिस आरोपी आफताब को साथ लेकर गई थी मगर मंगलवार को पुलिस को श्रद्धा के शव का एक भी टुकड़ा नहीं मिला। महरौली पुलिस ने आरोपी आफताब को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर ले रखा है।

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उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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