उत्तर प्रदेश
शर्मनाक: खेत में मिला वृद्धा का शव, मुंह में था कपड़ा; दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप
आगरा। उप्र के आगरा से एक बेहद शर्मनाक घटना की खबर सामने आ रही है। यहाँ 72 वर्षीय वृद्धा का शव खेत में मिला है। वृद्धा से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप परिजनों ने लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के एक गांव में आज शुक्रवार सुबह 72 वर्षीय वृद्धा का शव खेत में मिलने से सनसनी फैल गई। वृद्धा के शरीर पर चोटों के निशान थे। मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था।
स्वजनों ने वृद्धा से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का गांव के ही कुछ लोगों पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। उनका कहना था कि वृद्धा की पहचान मिटाने के लिए केमिकल से उनका चेहरा जलाने का प्रयास किया गया। पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मृत्यु का कारण पता चलेगा।
फतेहपुर सीकरी क्षेत्र की रहने वाली 72 वर्षीय महिला गुरुवार की दोपहर परिवार के 11 लोगों के साथ बाजरे के खेत पर काम करने गई थी। पुत्रों ने बताया कि दोपहर 12 बजे धूप तेज होने पर उन्होंने मां से चलने की कहा। मां ने उनसे कहा कि आधा घंटे का काम बाकी रह गया है, इसे खत्म करके वह आती हैं। इस पर वह खेत के दूसरे छोर पर पेड़ के नीचे चले गए।
वहां मां के आने की प्रतीक्षा करने लगे। करीब एक घंटे बाद भी जब मां नहीं लौटी तो वह मां जहां काम कर रही थीं, वहां पहुंचे तो नहीं मिलीं। इसके बाद से वह मां की तलाश में जुटे थे। शुक्रवार सुबह बाजरे के खेत के बराबर में बनी गूल में ग्रामीणों ने वृद्धा का शव पड़ा देखा। वृद्धा के प्राइवेट पार्ट में चोट थी। मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। मौके पर पहुंचे स्वजन ने वृद्धा की दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।
स्वजन का कहना था कि गुरुवार को उन्होंने पूरा खेत छान मारा था, तब मां वहां नहीं थी। स्वजन का आरोप है कि मां को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या की गई है। डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि स्वजन की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। मृत्यु का कारण और दुष्कर्म की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश
दारुल उलूम देवबंद परिसर में महिलाओं की एंट्री पर रोक, मुफ्ती ने बताई वजह
सहारनपुर। देवबंद में इस्लामिक मदरसा दारुल उलूम ने अपने परिसर में महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। दारुल उलूम देवबंद प्रबंधन का कहना है कि मदासा परिसर से युवतियां और महिलाएं रील बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रही थी। इस कारण दारुल उलूम ने अपने परिसर में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे रील की वजह से विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान दिक्कत होती थी। सोशल मीडिया पर इस तरह के कई वीडियो देखने के बाद कई देशों से इस संबंध में शिकायतें सामने आई थीं। मोहतमिम (प्रशासक) मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने प्रतिबंध और इसके कारणों की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, दारुल उलूम एक मदरसा है और किसी भी स्कूल में इस तरह की हरकतें स्वीकार्य नहीं हैं। नोमानी ने कहा, यही नहीं, दारुल उलूम में शिक्षा का नया सत्र शुरू हो गया है। भीड़ भाड़ के कारण छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। हमें इस संबंध में कई शिकायतें मिलीं।
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