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योजनाओं का फायदा मिला, अब मुझे आशीर्वाद दोगे ना: विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बोले PM मोदी

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PM Modi said - For me there are only four castes, the resolve of developed India rests on 4 nectar pillars.

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से वर्चुअली बातचीत की। पीएम ने जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने के लिए भी एक कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने महिला किसान ड्रोन केंद्र का भी शुभारंभ किया।

मुझे आशीर्वाद भी देना होगा

इस बीच पीएम मोदी ने अरुणाचल के एक लाभार्थी से बात की तो उन्होंने पीएम और सरकार की काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे घर बनाने में सरकार ने बहुत मदद की। ये बात सुनकर पीएम मोदी ने खुशी जताई और कहा कि जब आपको लाभ हुआ है तो मुझे भी अब आशीर्वाद देना होगा।

इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस यात्रा में हम उन सभी लाभार्थियों को शामिल करेंगे और उन्हें सूचित करेंगे जो उनके उत्थान और कल्याण के लिए मोदी जी द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं से अनजान हैं।

महिलाओं द्वारा ड्रोन चलाने पर पहले सबको संदेह था

PM मोदी ने आगे कहा कि जब महिलाओं द्वारा ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई तो इस योजना को लेकर बहुत से लोगों ने संदेह जताए थे। पीएम ने रमन अम्मा जी से बात करते हुए कहा कि इन जैसी महिलाओं ने साबित कर दिया कि ड्रोन कृषि में तकनीक के दायरे से आगे बढ़कर महिला सशक्तिकरण का भी एक प्रतीक बनकर उभरेगा।

उन्होंने कहा कि ये सभी पूरे देश के लिए एक प्रेरणा हैं। विकसित भारत की इस संकल्प यात्रा में आप जैसी महिलाओं की भागीदारी बहुत ही अहम है।

जन औषधि केंद्र से लोगों के बचे हजारों रुपये

पीएम मोदी ने कहा कि अच्छी दवाई और सस्ती दवाई ये बहुत बड़ी सेवा है। उन्होंने कहा कि जितने लोग मुझे सुन रहे हैं, उनसे मेरा आग्रह ​है कि जनऔषधि केंद्र के बारे में लोगों को बताइए। पीएम ने कहा कि दवाइयों पर जो खर्च पहले 12-13 हजार का होता था, वह जनऔषधि केंद्र की वजह से सिर्फ 2-3 हजार हो रहा है यानी 10 हजार रुपये आपकी जेब में बच रहे हैं।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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