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भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में CVC जैसे संगठनों को डरने की जरूरत नहीं: पीएम मोदी  

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PM Modi visit to Karnataka

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुरुवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सीवीसी के नए ‘शिकायत प्रबंधन प्रणाली’ पोर्टल का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने वाले सीवीसी जैसे संगठनों (एजेंसियों) को डरने की कोई जरूरत नहीं है।

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पोर्टल के लॉन्चिग के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सतर्कता सप्ताह सरदार साहब की जन्म जयंती से शुरू हुआ है। कहा कि सरदार साहब का पूरी जीवन ईमानदारी, पारदर्शिता और इससे प्रेरित पब्लिक सर्विस के निर्माण के लिए समर्पित रहा है।

भ्रष्टाचारियों का किया जाता है गौरवगान

कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि हमने देखा है कि जेल की सजा होने और भ्रष्टाचार साबित होने के बावजूद भी कई बार भ्रष्टाचारियों का गौरवगान किया जाता है। ईमानदारी का ठेका लेकर घूमने वाले लोग भ्रष्टाचारी के साथ फोटो खिंचवाते हैं। उन्हें शर्म नहीं आती है। ये स्थिति भारतीय समाज के लिए ठीक नहीं है।

डिमांड और सप्लाई के गैप को भरने की कर रहे हैं कोशिश

पीएम मोदी ने कहा कि हम बीते आठ सालों से अभाव और दबाव से बनी व्यवस्था को बदलने का प्रयास कर रहे हैं। डिमांड और सप्लाई के गैप को भरने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए हमने तीन रास्ते चुने हैं। एक आधुनिक टेक्नॉलॉजी का रास्ता है। दूसरा मूल सुविधाओं के सैचुरेशन का लक्ष्य है। तीसरा आत्मनिर्भता का रास्ता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुलामी के लंबे कालखंड से हमे भ्रष्टाचार की, शोषण की, संसाधनों पर कंट्रोल की जो लेगेसी मिली है, उसको दुर्भाग्य से आजादी के बाद और विस्तार मिला है।

योजना में सैचुरेशन के सिद्धांत को अपनाया

पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी सरकारी योजना के लाभ हर पात्र लाभार्थी तक पहुंचना, सैचुरेशन के लक्ष्यों को प्राप्त करना, समाज में भेदभाव भी समाप्त करता है। यह भ्रष्टाचार की गुंजाइश को भी खत्म कर देता है। हमारी सरकार ने हर योजना में सैचुरेशन के सिद्धांत को अपनाया है।

सर्वश्रेष्ठ निबंध लिखने वाले पांच छात्र पुरस्कृत

इस दौरान पीएम मोदी ‘नैतिकता और अच्छे व्यवहार’ पर सचित्र पुस्तिकाओं की एक श्रृंखला का विमोचन भी किया। सार्वजनिक खरीद पर ‘निवारक सतर्कता’ और विशेष अंक ‘VIGEYE-VANI’ पर सर्वोत्तम प्रथाओं का संकलन है। प्रधानमंत्री ने सीवीसी द्वारा इस विषय पर आयोजित राष्ट्रव्यापी निबंध प्रतियोगिता के दौरान सर्वश्रेष्ठ निबंध लिखने वाले पांच छात्रों को पुरस्कार भी किया।

हर साल मनाया जाता है ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’

बता दें कि जीवन के हर क्षेत्र में सत्यनिष्ठा का संदेश फैलाने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ लाने के लिए सीवीसी हर साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाता है। इस साल यह कार्यक्रम 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक ‘एक विकसित राष्ट्र के लिए भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ विषय के साथ मनाया जा रहा है।

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नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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