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ODI WC 2023

बढ़ सकती हैं पाक क्रिकेटर मोहम्मद रिजवान की मुश्किलें, SC के वकील ने दर्ज कराई शिकायत

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Mohammad Rizwan Namaz Controversy

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नई दिल्ली। पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, पाकिस्तान-नीदरलैंड्स मैच के दौरान मोहम्मद रिजवान ने मैदान पर नमाज पढ़ी थी। अब इसके खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (ICC) में शिकायत दर्ज की गई है।सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने ICC में मोहम्मद रिजवान की शिकायत की है। विनीत जिंदल ने अपनी शिकायत में लिखा है कि मोहम्मद रिजवान का मैदान पर नमाज अदा करना खेल भावना के खिलाफ है।

विनीत जिंदल कौन हैं सुप्रीम कोर्ट के वकील?

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल पिछले दिनों भी खबरों में थे। विनीत जिंदल ने पाकिस्तानी एंकर जैन अब्बास के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। उस वक्त विनीत जिंदल ने कहा था कि जैन अब्बास ने अपने ट्वीट से भारतीय और हिंदू धर्म को आहत किया है। जिसके बाद जैन अब्बास को भारत छोड़कर जाना पड़ा था।

हालांकि, यह कोई पहली दफा नहीं है कि जब मोहम्मद रिजवान ने मैदान पर नमाज पढ़ी हो। इससे पहले टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने थी। उस वक्त भी मोहम्मद रिजवान ने मैदान पर नमाज अदा किया था।

मोहम्मद रिजवान के गाजा वाले ट्वीट पर ICC ने क्या कहा?

पिछले दिनों मोहम्मद रिजवान ने गाजा के सपोर्ट में ट्वीट किया था। जिसके बाद मामला ICC तक पहुंचा था लेकिन ICC ने कोई एक्शन लेने से साफ मना कर दिया। ICC ने कहा कि कोई खिलाड़ी मैदान के बाहर क्या कर रहा है कि वह हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। साथ ही ICC ने कहा कि यह मसला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के दायरे में आता है। अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चाहें तो मोहम्मद रिजवान पर एक्शन ले सकती है।

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असम सीएम ने कहा- इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर खेला गया, इसीलिए भारत फाइनल हार गया

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Assam CM said

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हैदराबाद। गुजरात के अहमदाबाद में खेले गए क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर एक शब्द ट्रेंड हुआ ‘पनौती’। इस शब्द को लेकर राहुल गांधी ने भाषण भी दिया। इस ‘पनौती’ शब्द का उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ था। इसे लेकर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ देते हुए कहा हिमंत ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी के जन्म वर्षगांठ पर खेला गया और इसीलिए भारत हार गया। तेलंगाना के भाग्यनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम सीएम ने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ हैं।

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह BCCI से कहना चाहते हैं कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन के दिन अंतिम मैच का आयोजन न हो।

हिंदू हूं, दिन देखता हूं

असम सीएम ने कहा, ‘यह भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया था। हम हर मैच जीत रहे थे। फाइनल में हार गए। फिर मैं आया और देखा। वह दिन क्या था? हमने इसे क्यों खो दिया? हम हिंदू हैं और मैं दिन आदि के अनुसार जाता हूं। फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।’

गांधी परिवार के किसी भी शख्स के जन्मदिन पर न हो मैच

हिमंत ने कहा, ‘विश्व कप फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित किया गया था और देश हार गया था। इसलिए, मैं बीसीसीआई को बताना चाहता हूं कि अगर आपके पास विश्व कप फाइनल मैच है, तो एक गणना करें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अन्यथा, देश हार जाएगा।

उन्होंने सभा को इंटरनेट पर उस दिन के बारे में खोजने के लिए कहा जब अंतिम मैच खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती थी। उन्होंने कहा कि BCCI से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि फाइनल गांधी परिवार के किसी भी जन्मदिन पर आयोजित नहीं किया जाना चाहिए। अन्यथा, परेशानी होगी।

राहुल गांधी ने बताया था पीएम को पनौती

असम सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था। हालांकि, सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी का कोई संदर्भ नहीं दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि ‘प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है।’ हालांकि बीजेपी ने राहुल गांधी की टिप्पणी को शर्मनाक और अपमानजनक बताते हुए माफी की मांग की।

अकबरुद्दीन औवैसी की धमकी पर दिया यह जवाब

AIMIM विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी द्वारा एक पुलिस अधिकारी को कथित रूप से धमकी देने के विवाद का जिक्र करते हुए सरमा ने सभा से पूछा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो क्या किसी में पुलिस को गाली देने का साहस होगा। यहां चारमीनार में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि अगर एक बार भाजपा की सरकार बनती है तो तेलंगाना में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी।

कांग्रेस और बीआरएस पर भड़के

हिमंत ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य हुआ जब किसी ने मुझे हवाई अड्डे पर यह वीडियो दिखाया। उस वीडियो को देखकर मुझे लगा कि क्या देश में लोकतंत्र चल रहा है या देश में मुगल या रज़ाकार शासन अभी भी चल रहा है।’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सत्तारूढ़ बीआरएस समाज के एक वर्ग को खुश करने का काम कर रहे हैं जैसे कि राज्य में अन्य वर्ग मौजूद नहीं हैं। तेलंगाना में सरकार बदलने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बननी चाहिए।

इजराइल और हमास पर क्या बोले असम सीएम

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हमास के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने दावा किया, ‘उनका डर है कि अगर वे हमास के खिलाफ बोलते हैं, तो देश के अंदर हमास उनसे नाखुश होगा।’

सरमा ने यह भी कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो हैदराबाद का नाम आधे घंटे में भाग्यनगर के रूप में बदला जा सकता है, हालांकि अब यह एक कठिन काम लगता है।

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