Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

रिश्तों का क़त्ल, चाचा ने घोट दिया मासूम भतीजे का गला

Published

on

रिश्तों का क़त्ल, चाचा ने घोट दिया मासूम भतीजे का गला, हरदोई जिले की कोतवाली हरपालपुर क्षेत्र की घटना

Loading

रिश्तों का क़त्ल, चाचा ने घोट दिया मासूम भतीजे का गला, हरदोई जिले की कोतवाली हरपालपुर क्षेत्र की घटना

मनोज तिवारी

हरदोई। जिले की कोतवाली हरपालपुर क्षेत्र में एक रिश्तों का खून हो गया। एक छह साल के मासूम का उसके ही सगे चाचा ने गला घोट दिया। ग्रामीणों ने हत्यारोपी को बाँध लिया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम कराया है। हरियांवा थाना क्षेत्र के उमरसेड़ा सरैयां निवासी नरसिंह का 6 वर्षीय पुत्र गाँव के ही प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक की पढ़ाई करता था। वह करीब दस दिन पहले अपनी चाची अनीता पत्नी जयसिंह के साथ अनीता के पिता जोगराज के घर हरपालपुर थाना क्षेत्र के नगरा दारासाह गया हुआ था। जयसिंह दिल्ली में रहकर काम करता है और उसकी शादी दो साल पहले ही हुयी है और अभी तक कोई संतान नहीं है।जयसिंह रविवार को ही दिल्ली से अपनी ससुराल पहुंचा था।

ग्रामीणों ने युवक को बांध किया पुलिस के हवाले

नरसिंह ने बताया की उसको रविवार की शाम 7 बजे जानकारी मिली की उसका पुत्र कहीं गायब हो गया है। वह अपने रिश्तेदारों को साथ लेकर पुत्र की तलाश के लिए रात करीब दस बजे नगरा दारासाह पहुंचा जहाँ उसको गाँव के ही एक युवक ने बताया की सरसों के खेत में जसके पुत्र का शव पड़ा है जिसको उसके चाचा ने मार दिया है और चाचा को ग्रामीणों ने बाँध रखा है। बताया की वह जब मौके पर पहुंचा उसके कुछ समय बाद हो हरपालपुर पुलिस भी पहुँच गयी और जयसिंह को लेकर कोतवाली चली गयी। नरसिंह ने किसी भी रंजिश से इनकार करते हुए बताया की आखिर उसके ही सगे भाई ने क्यों उसके पुत्र को मार दिया यह बात वह स्वयं नहीं जानता। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम कराया है। घटना से परिजनों में कोहराम मचा है। नरसिंह के एक पुत्री रूबी 8 वर्ष व एक पुत्र रुकुम 3 वर्ष का है। वह दो ही भाई है और खेती बाड़ी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।

उजागर हुयी पुलिस की लापरवाही

हरदोई। नरसिंह ने बताया की जब पुलिस को जानकारी लग गयी थी की बालक की ह्त्या हुयी है और वह मौके पर पहुंची लेकिन उसने शव को कब्जे में लेने के बजाये आरोपी को बैठाया और कोतवाली लेकर चले गए।शव वहीँ पड़ा रहा और कोई भी ग्रामीण शव उठवाने में साथ नहीं आया। बताया की जब वह खुद अपने रिश्तेदारों के साथ शव लेकर हरदोई को चला तब ग्राम के प्रधान ने कोतवाली के सामने वाहन रुकवाकर शव पुलिस के पास ले गए और कुछ देर बाद पुलिस ने कहा शव को जहाँ ले जाना है ले जाओ।

लापरवाही पर नाराज हुए एसपी

हरपालपुर थाना क्षेत्र में मासूम बालक की हुयी हत्या की जानकारी एसपी को मीडिया सोशल मीडिया के द्वारा लगी लेकिन कोतवाल ने अपने उच्चाधिकारियों तक जानकारी नहीं पहुंचाई। इस मामले में एसपी उमेश कुमार सिंह ने कडा रुख अपनाया और कोतवाल को फटकार भी लगायी है।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending