Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बाढ़ को लेकर सरकार पहले से ही अलर्ट मोड पर थी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

Published

on

UP government preprations for Ground Breaking Ceremony

Loading

फर्रुखाबाद, कासगंज, शाहजहांपुर, 28 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों फर्रुखाबाद, कासगंज और शाहजहांपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय सर्वेक्षण किया। साथ ही राहत बचाव कार्यों की समीक्षा की। इसके अलावा सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों से भेंट की और राहत सामग्री का भी वितरण किया। सीएम योगी ने कहा कि आपदा के समय पूरी प्रतिबद्धता के साथ डबल इंजन की सरकार जनता के साथ खड़ी है। इसकी दृष्टिगत बाढ़ को लेकर सरकार पहले से ही अलर्ट मोड पर थी। इसको लेकर हमने जनप्रतिनिधियों निर्देश दे दिया था कि पूरी संवेदनशीलता के साथ उन क्षेत्रों का दौरा करें जहां बाढ़ आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 21 जनपदों के 721 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हैं। एक तरफ बाढ़ है तो दूसरी ओर सूखा भी है। यह विचित्र स्थिति पूरे प्रदेश में देखने को मिल रही है।

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के 12 जनपदों में औसत से अधिक बारिश हुई है। वहीं 26 जनपदों में सामान्य बारिश हुई है तो 22 जनपदों में औसत से कम और 15 जनपद लगभग सूखे जैसी स्थिति में है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश भर में 1101 बाढ़ शरणालय और 1504 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। वहीं दो हजार से अधिक मेडिकल टीम गठित कर लोगों का इलाज मुहैया कराया जा रहा है। साथ ही 2040 नाव के माध्यम से राहत कार्य संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दृष्टिगत हमारी सरकार पशुओं का ध्यान भी रख रही है। इसके लिए 840 पशु चारा शिविर लगाए गए हैं। साथ 28 लाख से अधिक पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। हमारी सरकार बाढ़ के कारण जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं उनका सर्वे कराकर समय पर मुआवजा उपलब्ध कराने की कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है।

फर्रुखाबाद में बोले सीएम- आपदा से प्रभावित लोगों को तय समय पर देंगे मुआवजा

फर्रुखाबाद में अमृतपुर तहसील के जमापुर रोड के पास आयोजित बाढ़ राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि आपदा की वजह से जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उन्हें तय समय पर मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि फर्रुखाबाद में 116 गांव गंगा और रामगंगा नदी में आई बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इससे 80 हजार की आबादी प्रभावित हुई है। सीएम योगी ने कहा कि फर्रुखाबाद में 22 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक-एक आवास उपलब्ध कराया जाएगा। आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए छह मकानों को मुआवजा उपलब्ध कराए जाएगा। क्षतिग्रस्त हुई 70 झोपड़ियों को भी मुआवजा दिया जाएगा। शासन स्तर से विस्थापित हुए परिवारों को बाढ़ शरणालय में ले जाने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं।

कासगंज में सीएम योगी ने कहा- संकट के समय सरकार आपके साथ, करेगी हर संभव मदद

सीएम योगी जनपद कासगंज पहुंचे, जहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना। इस दौरान उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को राहत बचाव कार्य में और तेजी लाने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वहीं पटियाली तहसील के ग्राम वरौना में आयोजित राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम को संबोधित को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि संकट के समय सरकार आपके साथ है। बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करेगी। पानी घटने के बाद हमारी सरकार कासगंज में बाढ़ की समस्या का स्थाई समाधान निकालने का प्रयास करेगी। इसके लिए सिंचाई विभाग को निर्देशित किया जा चुका है कि नदियों की ड्रेजिंग कराकर नदियों को चैनलाइज किया जाए।

शाहजहांपुर बोले सीएम- हमारी सरकार बाढ़ का करेगी स्थाई समाधान

सीएम योगी बाढ़ प्रभावितों का हाल जानने शाहजहांपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित जलालाबाद और कलांद तहसील के गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। सीएम योगी ने कहा कि त्रासदी के समय सरकार आपके साथ है। हम आपकी हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर में गंगा, रामगंगा और काली नदी के कारण बाढ़ की समस्या उत्पन्न होती है। हमारी सरकार इसका स्थाई समाधान करेगी। इसके लिए सिंचाई विभाग को निर्देश दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जो गांव बाढ़ से 15 दिन से ज्यादा प्रभावित है वहां दो बार राहत सामग्री का वितरण किया जाए। साथ ही जो क्षेत्र एक महीने से ज्यादा बाढ़ से प्रभावित हैं वहां तीन बार राहत सामग्री बांटी जाए। सीएम योगी ने कहा कि यहां पर को पुल क्षतिग्रस्त हुआ है उसके समानांतर जल्द से जल्द पुल बनाने की कार्रवाई को आगे बढ़ाएंगे।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending