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क्रिकेट

जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक का निधन, पत्नी ने की मौत की पुष्टि

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Former Zimbabwe captain Heath Streak passes away

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हरारे। जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक का निधन हो गया है। उन्होंने 49 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। उनकी पत्नी ने यह जानकारी दी है। हीथ स्ट्रीक का आज रविवार तड़के माटाबेलेलैंड स्थित उनके फार्म पर निधन हो गया। उन्होंने 49 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। जिम्बाब्वे के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर और परिवार के प्रवक्ता जॉन रेनी ने उनके निधन की पुष्टि की।

रेनी ने कहा “उनका सुबह तड़के माटाबेलेलैंड स्थित उनके फॉर्महाउस में निधन हो गया। वह अपने परिवार और प्रियजनों के साथ थे। कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद उनकी शांतिपूर्वक मृत्यु हो गई…”।

लगभग दो हफ्ते पहले, स्ट्रीक के पूर्व सहयोगी हेनरी ओलोंगा ने सोशल मीडिया पर उनकी मौत के बारे में जानकारी दी थी। हालांकि, बाद में स्ट्रीक और ओलोंगा दोनों ने बताया कि मौत की खबर झूठी थी और ओलोंगा ने अपनी पिछली पोस्ट के लिए माफी भी मांगी।

जिम्बाब्वे क्रिकेट के सबसे बड़े नामों में से एक स्ट्रीक पर 2018 में भ्रष्टाचार विरोधी संहिता का उल्लंघन करने के लिए 2021 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने आठ साल का प्रतिबंध लगाया था।

जिम्बाब्वे के महानतम क्रिकेटरों में से एक स्ट्रीक ने टेस्ट में 216 और वनडे में 239 विकेट लिए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद जिम्बाब्वे, बांग्लादेश सहित कई अंतरराष्ट्रीय टीमों और इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स और राजकोट की टीम को कोचिंग दी।

वह टेस्ट और वनडे दोनों में 100 विकेट लेने वाले जिम्बाब्वे के पहले क्रिकेटर थे। वह 100 टेस्ट विकेट और 1000 टेस्ट रन का डबल पूरा करने वाले देश के एकमात्र क्रिकेटर हैं और वनडे में 2000 रन बनाने और 200 विकेट लेने वाले देश के एकमात्र क्रिकेटर हैं।

स्ट्रीक ने 1993 में अपना टेस्ट और वनडे डेब्यू किया और 1999-2000 सीजन में उन्हें टीम का कप्तान नियुक्त किया गया। उनकी पत्नी नादीन स्ट्रीक ने फेसबुक पर लिखा “आज तड़के रविवार तीन सितंबर 2023, मेरे जीवन का सबसे बड़ा प्यार और मेरे खूबसूरत बच्चों के पिता को उनके घर से परियों के साथ रहने के लिए ले जाया गया।

वह अपने आखिरी दिन इसी घर में अपने परिवार और करीबी प्रियजनों के साथ बिताना चाहते थे। वह प्रेम और शांति से भरे हुए थे और अकेले पार्क से बाहर नहीं जाते थे। हमारी आत्माएं अनंत काल के लिए एक हो गई हैं स्ट्रीकी। जब तक मैं तुम्हें फिर से पकड़ न लूं।”

क्रिकेट

ईशान-श्रेयस को लेकर BCCI सख्त, रणजी खेलना किया अनिवार्य; फॉर्म में वापसी के बाद ही होगी एंट्री

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BCCI is strict regarding Ishan-Shreyas made it mandatory to play Ranji

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मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और राष्ट्रीय चयनकर्ता ने इंग्लैंड सीरीज के लिए टीम इंडिया से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को लेकर सख्त फैसला लिया है। बोर्ड ने भारतीय टीम से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी का अगला राउंड खेलने की सख्त हिदायत दी है।

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को 16 फरवरी से शुरू हो रहे अगले राउंड से पहले अपनी-अपनी रणजी टीम में शामिल होने को कहा है। यह फैसला तब लिया गया है जब ईशान किशन जैसे खिलाड़ी रणजी छोड़कर आईपीएल की तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं, श्रेयस को भी टेस्ट टीम में वापसी के लिए रणजी में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला दिया

ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर पिछले साल दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका दौरे से नाम वापस ले लिया था। इसके बाद वह अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज भी नहीं खेले थे। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भी टीम में शामिल नहीं किया गया।

भारत के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि ईशान को वापसी के लिए घरेलू स्तर पर कोई क्रिकेट खेलना होगा। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने रणजी ट्रॉफी नहीं खेली और अपनी टीम झारखंड से नहीं जुड़े और न ही उन्हें कोई जानकारी दी। कोच की सलाह को दरकिनार करते हुए ईशान बड़ौदा पहुंच गए और वहां हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या के साथ प्रैक्टिस करते दिखे।

क्रुणाल और दीपक के लिए भी लागू नियम

बीसीसीआई की रणजी खेलने की सलाह सिर्फ ईशान और श्रेयस नहीं, बल्कि क्रुणाल और दीपक चाहर जैसे खिलाड़ियों पर भी लागू होगा, जो कि फिलहाल टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम मैनेजमेंट के प्लान में नहीं हैं। श्रेयस को खराब फॉर्म की वजह से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन मैचों से टीम से निकाल दिया गया। उन्हें भी अब यह फैसला मानना होगा।

BCCI के एक सूत्र ने क्रिकबज से कहा कि खिलाड़ी आईपीएल या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अपने मुताबिक नहीं चुन सकते। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या आईपीएल ही खेलना नहीं होता है। खिलाड़ियों को घरेलू सत्र और क्रिकेट का भी हिस्सा बनना पड़ेगा और अपने राज्य की टीमों को भी तरजीह देनी होगी।

हार्दिक पांड्या को अब तक नेशनल क्रिकेट एकेडमी की ओर से खेलने के लिए क्लीयरेंस नहीं मिली है। वहीं, विराट कोहली जो कि निजी कारणों से टीम से बाहर हैं, उन पर यह फैसला लागू नहीं होगा। वहीं, ईशान आईपीएल के इंतजार में बैठकर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने बोर्ड तक को यह नहीं बताया है कि वह कहां हैं और क्या कर रहे हैं।

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