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नेशनल

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का दिल का दौरा पड़ने से निधन

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सोमनाथ चटर्जी

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नई दिल्ली। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 10 बार सांसद रह चुके सोमनाथ को हार्ट अटैक के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।  वह दो दिनों तक वैंटिलेटर पर थे। आपको बता दें कि सोमनाथ पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। पिछले महीने भी उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया था।

सोमनाथ चटर्जी

नर्सिग होम के सूत्रों ने यह जानकारी दी कि चटर्जी किडनी की बीमारी से पीड़ित थे। अस्पताल में उनका डायलिसिस चल रहा था। नर्सिंग होम के एक डॉक्टर ने बताया कि डायलिसिस के दौरान कई बार दिल काम करना बंद कर देता है।

चटर्जी के निधन पर राजनेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘उन्होंने हमारे संसदीय लोकतंत्र को और मजबूत किया। वह गरीबों और वंचित लोगों की एक मजबूत आवाज थे। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं।’ राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘सभी सांसद पार्टी लाइन से हटकर उनकी प्रशंसा करते थे। मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ हैं।’

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नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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