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छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ पिछले साढ़े तीन सालों में नक्सली उन्मूलन को लेकर लगातार काम कर रहा : ताम्रध्वज साहू

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हरियाणा राज्य के सूरजकुंड में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में देश के सभी राज्यों के गृहमंत्री दो दिवसीय चिंतन शिविर में शामिल हुए. छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी इसमें शामिल हुए. चिंतन शिविर में मुख्य रूप से नागरिक सुरक्षा, पुलिस आधुनिकीकरण, महिलाओं की सुरक्षा जैसे एजेंडों को शामिल किया गया था. इन विषयों पर छत्तीसगढ़ की तरफ से बात रखते हुए राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिस आधुनिकीकरण के मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री के सामने अपनी बात रखी. साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को आधुनिक हथियार, सुरक्षा उपकरण, आवश्यक प्रशिक्षण एवं वाहन उपलब्ध करा रही है. साहू ने कहा कि केंद्र की तरफ से वर्ष 2013-14 में छत्तीसगढ़ राज्य को पुलिस आधुनिकीकरण के लिए 50 करोड़ मिले थे जबकि वर्तमान में यह राशि 20 करोड़ से भी कम हो गई है जिसको बढ़ाने करने की जरुरत है.

साहू ने केंद्रीय गृहमंत्री को जानकारी देते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ पिछले साढ़े तीन सालों में नक्सली उन्मूलन को लेकर लगातार काम कर रहा है. इस दौरान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बंद पड़े स्कूलों को फिर से प्रारंभ किया गया है, ऐसे क्षेत्रों में अस्पताल खोले गए, ग्रामीणों के लिए पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गयीं.”

प्रत्येक गांव में राशन दुकान खोले गए हैं. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को वन अधिकार पट्टों का वितरण किया गया है और आदिवासियों को उनकी जमीन वापसी कराई गई है.छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री साहू ने चिंतन शिविर में जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कुल 33 जेल हैं जिसमें 05 केन्द्रीय, 20 जिला और 8 उपजेल हैं. जेलों में नई बैरकों का निर्माण किया जा रहा है साथ ही रायपुर और बिलासपुर में नए जेल भी शुरू करने के साथ ही जेल अदालतों का भी आयोजन किया जा रहा है. कैदियों के अच्छे व्यवहार को देखते हुए 885 कैदियों की सजा माफ कर उन्हें रिहा किया गया है तथा छत्तीसगढ़ में आदिवासी अत्याचार के 321 प्रकरणों में 643 अभियुक्तों का विचारण कराया गया है.

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छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बड़ा हादसा, खदान में बस गिरने से 15 की मौत, कई घायल

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दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक बस के खदान में गिर जाने से उसमें सवार 15 लोगों की मौत हो गई। ये बस केडिया डिस्टलरी के लगभग 40 कर्मचारियों को लेकर कुम्हारी से भिलाई लौट रही थे। मामले में बस चालक पर 3 धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं घटना के बाद से आक्रोशित अन्‍य कर्मचारियों ने कंपनी में काम बंद कर दिया है। हादसे पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने शोक जताया है।

हादसे के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि कुम्हारी थाना क्षेत्र के तहत खपरी गांव के पास मुरम (लाल मिट्टी) की एक खदान में बस गिर गई। वहीं बस गिरने की वजह से उसमें सवार 15 लोगों की मौत हो गई है और कई सारे लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि कुम्हारी क्षेत्र में स्थित केडिया डिस्टिलरीज की बस कर्मचारियों को लेकर निकली थी। उस दौरान बस में 30 से अधिक कर्मचारी सवार थे।

अधिकारियों ने बताया कि घटना मंगलवार रात साढ़े आठ बजे उस समय हुई, जब बस खपरी गांव के करीब पहुंची और अनियंत्रित होकर मुरम खदान में गिर गई। पुलिस के मुताबिक, घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि शवों और घायलों को अस्पताल भेजा गया है तथा खदान से बस को निकालने की कोशिश की जा रही है।

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इस हादसे पर दुःख जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, दुर्ग जिले में हुए बस हादसे में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रशासन हरसंभव मदद उपलब्ध करा रहा है।

वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा, “दुर्ग के कुम्हारी के पास निजी कंपनी के कर्मचारियों से भरी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई। इस दुर्घटना में कई कर्मचारियों के निधन का समाचार प्राप्त हो रहा है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति एवं शोकसंतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। दुर्घटना में घायल कर्मचारियों के ईलाज का समुचित प्रबंध किया गया है। मैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।”

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