Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

जुर्म

अंकिता हत्याकांड: आरोपी शाहरुख के खिलाफ जोड़ी गईं पॉक्सो एक्ट की भी धाराएं

Published

on

Loading

रांची। झारखंड के दुमका में दिलदहला देने वाले अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी शाहरुख के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसा है। झारखंड बाल कल्याण समिति की सिफारिश पर पुलिस ने अंकिता हत्याकांड में पॉक्सो एक्ट की धाराएं भी जोड़ी हैं।

दरअसल, पहले एफआईआर में अंकिता की उम्र 19 वर्ष दर्ज की गई थी। हालांकि, बाद में इसमें सुधार कर मृतक अंकिता की उम्र 15 साल नौ माह कर दी गई। पहले एफआईआर में मृतक की उम्र 19 साल दर्ज किए जाने पर काफी विवाद खड़ा हो गया था। इसके बाद पुलिस ने इसमें सुधार कर इसे कम कर दिया। सूत्रों का कहना है कि अंकिता के सर्टिफिकेट पर उसकी उम्र 26 नवंबर 2006 है। इसी आधार पर अंकिता नाबालिग थी।

हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

इससे पहले इस मामले को हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया था। इसके बाद हाईकोर्ट ने इस केस से जुड़ीं सभी फाइलों के साथ राज्य के डीजीपी को तलब किया था। हाईकोर्ट ने अंकिता के परिवारवालों को सुरक्षा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया था।

क्या है मामला?

मामला 23 अगस्त का है। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली अंकिता अपने घर में सो रही थी। तड़के सुबह करीब पांच बजे उसी मोहल्ले में रहने वाला शाहरुख हुसैन उसके घर पहुंचा। उसने खिड़की के कांच तोड़कर अंकिता पर पेट्रोल डाला और माचिस जला कर उसे आग के हवाले कर दिया।

अंकिता को गंभीर हालत में दुमका जिले के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद 23 अगस्त को ही अंकिता को रांची के रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां पांच दिन तक वह जिंदगी और मौत से जूझती रही। शनिवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

Published

on

Loading

कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

Continue Reading

Trending