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वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर मोदी-आबे गंगा आरती में हुए शामिल

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे शनिवार शाम देश की सांस्कृतिक राजधानी में दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल हुए। गंगा घाट पर आरती से पहले दोनों प्रधानमंत्रियों ने गंगा की पूजा की। पूरी तरह भारतीय वेशभूषा में नजर आ रहे जापानी पीएम अबे ने गंगा में जल भी चढ़ाया। इस दौरान घाट पर मौजूद लोगों ने हर हर महादेव के उद्घोष लगाए।

इससे पहले वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राज्यपाल राम नाईक ने मोदी और शिंजो अबे का स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी और शिंजो होटल पहुंचे। होटल में थोड़ी देर रुकने के बाद दोनों देशों के पीएम का काफिला दशाश्वमेध घाट के लिए रवाना हुआ।

कार्यक्रम के लिए दशाश्वमेध घाट पर 100 फीट लंबा और 16 फीट चौड़ा मंच तैयार किया गया। इस मंच पर दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के साथ-साथ वीआईपी गेस्ट के बैठने की व्यवस्था की गई। गंगा आरती के दौरान कड़ी सुरक्षा के कारण घाट को सील कर दिया गया। घाट के तीनों हिस्सों में बैरिकेडिंग कर आम लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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