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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन में लुप्तप्राय सारसों की संख्या में इजाफा

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जिनान, पूर्वी चीन के शानदोंग प्रांत, प्राकृतिक अभ्यारण्य, लुप्तप्राय विशेष प्रजाति के सारसों की संख्या, प्राकृतिक संरक्षण अंतर्राष्ट्रीय संघ

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जिनान। पूर्वी चीन के शानदोंग प्रांत के प्राकृतिक अभ्यारण्य में लुप्तप्राय विशेष प्रजाति के सारसों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है।प्राकृतिक अभ्यारण्य प्रशासन ने सोमवार को कहा कि अक्टूबर मध्य से 128 सारस पलायन कर येलो रीवर डेल्टा राष्ट्रीय प्राकृतिक अभ्यारण्य पहुंचे हैं, जो 1992 में इसकी स्थापना के बाद से अब तक सर्वाधिक संख्या है। पिछले एक दशक में अभ्यारण्य पहुंचने वाले सारसों की संख्या में इजाफा हुआ है, जबकि 2002 में यह संख्या 36 ही थी। प्रशासनिक ब्यूरो ने सारसों की आबादी में वृद्धि का कारण पर्यावरण में सुधार और अभ्यारण्य में संरक्षण कार्य को बताया है। प्राकृतिक संरक्षण अंतर्राष्ट्रीय संघ ने विशेष प्रजाति के इन सारसों को चीन की उच्च प्राथमिकता संरक्षण सूची में शामिल किया है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत

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नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।

यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।

स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।

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