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मुख्य समाचार

भाजपा के विज्ञापन पर महागठबंधन भड़का

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पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में बयानबाजी और विज्ञापनों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अंतिम चरण का मतदान गुरुवार को है और मतदान से एक दिन पूर्व बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा मतदान वाले क्षेत्रों में गोमांस को लेकर प्रकाशित कराए गए एक विज्ञापन पर सत्ताधारी महागठबंधन ने सख्त एतराज जताया है।

भाजपा द्वारा मिथिलांचल और सीमांचल क्षेत्रों के समाचार पत्रों में प्रकाशित कराए गए विज्ञापनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गोमांस पर सहयोगियों द्वारा दिए गए बयानों पर चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा गया है, “मुख्यमंत्री जी आपके साथी हर भारतीय की पूज्य गाय का अपमान बार-बार करते रहे और आप चुप रहे।”

विज्ञापन में आगे कहा गया है, “वोट बैंक की राजनीति बंद कीजिए और जवाब दीजिए। क्या आप अपने साथियों के इन बयानों से सहमत हैं?” प्रकाशित विज्ञापन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद सहित राजद के नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्घारमैया द्वारा गोमांस पर दिए गए बयानों को भी प्रकाशित किया गया है।
विज्ञापन के अंत में लिखा गया है, “जवाब नहीं वोट नहीं, बदलिए सरकार-बदलिए बिहार।” ये विज्ञापन सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल के उन सभी इलाकों के समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाए गए हैं, जिसमें पांच नवंबर को मतदान होना है।

जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता क़े सी़ त्यागी ने कहा है कि महागठबंधन इस विज्ञापन को लेकर चुनाव आयोग के पास जाएगा और अगर चुनाव आयोग इस मामले में भाजपा पर कारवाई करने में असमर्थ रहता है तो पार्टी के नेता राष्ट्रपति के पास भी गुहार लगाएंगे। इस बीच, महागठबंधन का एक शिष्टमंडल ने पटना में राज्य निर्वाचन आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर विज्ञापन के मुद्दे पर भाजपा पर कारवाई करने की मांग की है।

जद (यू) के नेता पवन वर्मा ने बताया कि ज्ञापन में भाजपा पर चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश का पालन न करने का आरोप लगाया गया है। वर्मा ने कहा कि उन लोगों की शिकायतों को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है और कार्रवाई का भरोसा दिया है।

नेशनल

राहुल गांधी ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- ये एक ब्लैक बाॅक्स है, किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्ष ने ईवीएम का मुद्दा जमकर उठाया था। हालांकि चुनावी नतीजे आने के बाद ये मुद्दा गायब सा हो गया था। अब एक बार फिर राहुल गाँधी ने ईवीएम का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने बिजनेसमैन एलन मस्क की पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बाॅक्स है और किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं है। हमारी चुनावी प्रकिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है।

राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया है। राहुल ने इससे जुड़ी खबर को शेयर किया है। इस मामले में ईवीएम को लेकर सवाल उठाए गए हैं। मुंबई पुलिस ने शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पांडिलकर पर यह आरोप है कि उसने मुंबई के गोरेगांव चुनाव केंद्र के अंदर पाबंदी के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।

मुंबई पुलिस ने पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। दरअसल, इस मामले में मुंबई की नॉर्थ पश्चिम सीट से चुनाव लड़नेवाले कई उम्मीदवारों की तरफ से भी शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। बता दें कि शिवसेना शिंदे के उम्मीदवार रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग होने के बाद केवल 48 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इस पर काफी विवाद भी हुआ था।

 

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