Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

बुक लॉन्चिंग करने जा रहे कुलकर्णी पर शिवसैनिकों ने फेंकी स्याही

Published

on

Loading

मुंबई | बीजेपी के पूर्व नेता और ऑब्जर्वर एंड रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष सुधींद्र कुलकर्णी पर मुंबई में आज शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने आज उनके चेहरे पर काली स्याही फेंकी। आपको बताते चलें कि कुलकर्णी शिवसेना के मना करने के बावजूद पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी द्वारा लिखी गयी किताब के विमोचन पर अड़े हैं।

कुलकर्णी पर यह हमला यहां कसूरी की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के विरोध में किया गया। कुलकर्णी ने इसका आरोप शिवसेना पर लगाया है। घटना के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कसूरी ने कहा कुलकर्णी पर हुए हमले से मैं बेहद दुखी और नाखुश हूं। मैं उन्हें वर्षो से जानता हूं। मैं इसकी निंदा करता हूं। विरोध करने का अधिकार शांतिपूर्ण होना चाहिए और उन लोगों को विरोध के इस रूप में बदलाव लाना चाहिए। कसूरी ने कहा मैं शांति का पैगाम लेकर आया हूं। दोनों देशों की अधिकांश आबादी अमन चाहती है। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो भारत-पाकिस्तान के बीच अमन नहीं चाहते।

उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते मजबूत होने से दोनों देशों की जनता को लाभ होगा। कसूरी ने पिछले दशक में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व मनमोहन सिंह के कार्यकाल में दोनों देशों के रिश्तों में आई प्रगति का भी जिक्र किया। इससे पहले कुलकर्णी ने शिव सेना का नाम लेते हुए कहा था कि उसने नेहरू सेंटर को आयोजन को रद्द करने के लिए कहा था और चेताया था कि ऐसा नहीं करने पर वे शिवसेना की शैली में विरोध करेंगे। कुलकर्णी ने संवाददाताओं से कहा शिवसेना को इस तरह की पाबंदी लगाने का कोई अधिकार नहीं है। हमने मजबूत रुख अपनाया है और आयोजन रद्द नहीं करेंगे।

सायन पुलिस ने घटना को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है और वह मामले की जांच कर रही है। घटना की कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व अन्य मीडिया समूहों ने आलोचना की है। साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोगों ने गुस्सा जताया है। यह घटना उस वक्त हुई, जब दक्षिण मध्य मुंबई में सायन स्थित निवास से कुलकर्णी निकल रहे थे। कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और उनके चेहरे पर काली स्याही पोत दी।

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

Continue Reading

Trending