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अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में संदिग्ध व्यक्ति इबोला ग्रसित नहीं

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इस्लामाबाद| पाकिस्तान में इबोला से ग्रस्त माने जा रहे एक व्यक्ति की जांच के बाद इबोला न होने की पुष्टि हुई है। गुरुवार को मीडिया में आई रपटों से यह जानकारी मिली। लाइबेरिया से दोहा होते हुए कराची पहुंचे तसावर हुसैन की तबीयत खराब लग रही थी, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान चिकित्सा विज्ञान संस्थान (पीआईएमएस) में भर्ती करवाया गया।

समाचार पत्र ‘डान’ के वेब संस्करण में प्रकाशित रपट के अनुसार, तसावर को बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

रिजवान काजी के नेतृत्व में पीआईएमएस के चिकित्सकों के एक दल ने तसावर को 24 घंटे अपनी निगरानी में रखा और कई तरह के जांच किए।

तसावर को इबोला न होने की पुष्टि होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

अन्तर्राष्ट्रीय

गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत

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नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।

यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।

स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।

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