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मुख्य समाचार

पूर्वोत्तर में 6 सौर शहर विकासित होंगे

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अगरतला| गुवाहाटी और पूर्वोत्तर के पांच अन्य शहरों को परंपरागत ऊर्जा पर निर्भरता घटाने के लिए सौर शहरों के रूप में विकसित किया जाएगा। एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही।

त्रिपुरा के शहरी विकास विभाग के अधिकारी ने कहा कि इन छह शहरों -असम के गुवाहाटी और जोरहट, नागालैंड के कोहिमा और दीमापुर, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर और त्रिपुरा के अगरतला- को केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के सौर शहर विकास कार्यक्रम के तहत विकसित किया जाएगा।

अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “त्रिपुरा सरकार ने परंपरागत ऊर्जा पर निर्भरता कम करने के लिए अगरतला को सौर शहर बनाने हेतु एक महत्वाकांक्षी योजना पहले ही शुरू कर दी है।”

महत्वपूर्ण स्थानों पर धीरे-धीरे स्ट्रीट लाइटों और अन्य लाइटों के स्थान पर सौर लाइटें लगाई जाएंगी, जिससे अगले कुछ सालों में पूर्वोत्तर क्षेत्र में अगरतला पहला सौर शहर बन जाएगा।

अधिकारी ने बताया, “सौर बिजली ऊर्जा का स्थाई और व्यवहार्य स्रोत है। बिजली संकट को तब तक नहीं सुलझाया जा सकता, जब तक हम बड़े पैमाने पर सौर बिजली की तरह गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों का उपयोग नहीं करते।”

इस परियोजना के तहत सभी होटलों, नर्सिग होम, स्कूल होस्टल, सरकारी सर्किट घरों, बंगलों, अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों, पर्यटन लॉज, मंदिरों और सरकारी निवासों पर सौर गर्म पानी प्रणाली को स्थापित किया जाएगा।

त्रिपुरा के विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, “सौर विद्युतीकरण कार्यक्रम को लागू करने के दौरान अधिकारियों को बैटरी और सौर पैनलों की चोरी के रूप में एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।”

इस कार्यक्रम में एमएनआरई 90 प्रतिशत तक की लागत वहन करेगी, जिसमें से 10 प्रतिशत का भार पूर्वोत्तर राज्यों की सरकारें उठाएंगी।

वहीं, केंद्र सरकार 70 प्रतिशत और राज्य 30 प्रतिशत तक की लागत वहन करेगी।

अधिकारी ने बताया, “सौर ऊर्जा को लोकप्रिय बनाने के लिए राज्य में लाखों की संख्या में विशेष रूप से डिजाइन किए गए सौर कैप और सौर टॉर्चो का रिक्शाचालकों और विद्यार्थियों में वितरण किया गया।”

 

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प्रादेशिक

मुंबई में बड़ा हादसा, तेज आंधी में 100 फीट ऊंचा होर्डिंग पेट्रोल पंप पर गिरा, 14 की मौत

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मुंबई। मुंबई में आंधी के बाद घाटकोपर में 100 फीट ऊंचा और 250 टन वजनी लोहे का होर्डिंग एक पेट्रोल पंप पर गिर जाने से इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 74 लोग घायल हो गए ।हादसे के फौरन बाद मुंबई पुलिस, फायर ब्रिगेड, SDRF ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। शुरुआत में होर्डिंग के नीचे 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की खबर थी। धीरे-धीरे लोगों को निकाला जा रहा था। इसके बाद NDRF ने भी मोर्चा संभाला। एनडीआरएफ इंस्पेक्टर गौरव चौहान ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि ढहे हुए बिलबोर्ड के नीचे फंसे लोगों को बचाने के लिए खुदाई करने वालों ने मलबे को खोदा, जिसके बाद आठ शव पहले ही बरामद किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि चार और शव अभी भी मलबे के अंदर दबे हुए हैं।

उन्होंने कहा, ‘हमने उनका पता लगा लिया है, लेकिन इस पेट्रोल पंप के कारण हम उन्हें हटा नहीं सकते और स्थिति खतरनाक हो सकती है। इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुंबई के घाटकोपर में हुई घटना में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और होर्डिंग गिरने से घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। दरअसल, मुंबई के घाटकोपर में सोमवार को भारी बारिश और तूफान के कारण 70 मीटर लंबा बिलबोर्ड गिर गया। घाटकोपर के चेड्डानगर जंक्शन में एक पेट्रोल पंप पर अवैध होर्डिंग गिरने से अब तक 14 लोगों की जान चली गई है. सोमवार शाम को बचाव अभियान शुरू हुआ, जिसमें 64 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एनडीआरएफ ने मलबे में फंसे शवों को निकालने के लिए खुदाई करने वालों के साथ रात भर बचाव अभियान चलाया।

बीएमसी ने सोमवार शाम को एक बयान में कहा कि होर्डिंग गिरने से 20 से 30 लोग अभी भी मलबे के अंदर फंसे हुए हैं। हालांकि, पेट्रोल पंप पर हुए हादसे के कारण मलबा हटाने में एनडीआरएफ को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, जिससे खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती थी। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों के इलाज की भी घोषणा की।

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