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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में आज खुलेगा क्यूबा का दूतावास

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दूतावास खोलने की घोषणा, अमेरिका, क्यूबा, वाशिंगटन, हवाना

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हवाना/वाशिंगटन| अमेरिका और क्यूबा के बीच करीब छह दशक बाद कूटनीतिक संबंधों को फिर से बहाल करने पर बनी सहमति के बाद अमेरिका में क्यूबा का दूतावास सोमवार को खुलने जा रहा है। क्यूबा सरकार सरकार इसकी तैयारी में जुटी है और वह देश के उसी पुराने झंडे को अमेरिका स्थित अपने दूतावास में लगाएगी, जिसे 1961 में नीचे उतार दिया गया था।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, क्यूबा के ध्वज को उद्घाटन समारोह के दौरान सांकेतिक रूप से लहराया जाएगा। तीन जनवरी, 1961 में अमेरिका और क्यूबा के राजनयिक संबंध समाप्त होने के बाद इस ध्वज को अमेरिका में उतार दिया गया था। इसके बाद इस ध्वज को वापस क्यूबा लाया गया, जहां इतिहासकार इयूसेबियो लील स्पेंगलर ने इसे संभाल कर रखा। सोमवार को दूतावास के उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित क्यूबा के 30 नागरिकों में यह विद्वान भी सामिल हैं।

हाल ही में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की पुनर्बहाली के लिए दोनों पक्षों के बीच एक समझौता हुआ था, जिसके तहत ये देश एक-दूसरे के यहां अपने दूतावास फिर से खोलने पर सहमत हुए। क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने बुधवार को सांसदों को संबोधिात करते हुए कहा कि यह समझौता दोनों देशों के बीच संबंधों के सामान्यीकरण की दिशा में किया गया है। इस दौरान दोनों पक्षों को राजनीतिक उदारता का इस्तेमाल करना है, ताकि पिछले 50 से अधिक सालों से उपजी समस्याओं का समाधान निकल सके।

गौरतलब है कि 1961 तक अमेरिका-क्यूबा के संबंध अनुकूल बने रहे लेकिन जनवरी 1961 में फिदेल कास्त्रो द्वारा बटिस्टा शासन को गिराकर सत्ता में आने के बाद अमेरिका ने क्यूबा के साथ संबंध तोड़ दिए। अमेरिका राष्ट्रपति बराक ओबामा और राउल कास्त्रो ने 17 दिसंबर, 2014 घोषणा की कि वे कूटनीतिक संबंधों की बहाली की दिशा में काम करेंगे।

अन्तर्राष्ट्रीय

गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत

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नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।

यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।

स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।

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